एनएसयूआई राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन ने पीएम मोदी पर किया बयानी पलटवार, “विदेश क्यों जा रहे हैं?”

टेन न्यूज़ नेटवर्क

नई दिल्ली (27/02/2022): देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज हमारे बच्चे मेडिकल परीक्षा की तैयारी के लिए बाहर जा रहे हैं, वहां भाषा की समस्या होने के बावजूद भी जा रहे हैं। इसलिए मैं प्राइवेट सेक्टर के साथियों और साथ ही राज्य सरकारों से अपील करता हूं कि मेडिकल एजुकेशन को बढ़ावा देने के लिए रणनीतियां बनाए और इसके लिए प्राइवेट सेक्टर को जगह दें। इस पर एनएसयूआई राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए प्रधानमंत्री पर निशाना साधा है कि “विदेश क्यूँ जा रहें है?”

इसके जवाब में, एनएसयूआई राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन ने ट्वीट में लिखा है, “NEET JEE की गड़बड़ियां, PhD में नाम मात्र की फेलोशिप वो भी समय पर नहीं, IIT से पासआउट छात्रों तक को नौकरी की गारंटी नहीं, छात्रों के मुकाबले नाम मात्र सीटे, सरकार का शिक्षा पर ध्यान ही न देना, अटकी भर्तियां व जॉइनिंग, Extra Attempt तक नहीं है।”

बता दें कि प्रधानमंत्री ने कहा था कि आज हमारे देश के बच्चे मेडिकल परीक्षा की तैयारी करने के लिए देश के छोटे-छोटे देशों में जा रहे हैं। वहां पर भाषा की समस्या है फिर भी वह दूसरे देश जा रहे हैं। देश का अरबों-खरबों रुपए देश से बाहर जा रहा हैं। क्या हमारे देश के प्राइवेट सेक्टर बहुत बड़ी मात्रा में इस क्षेत्र में नहीं आ सकते हैं। क्या हमारे देश के राज्य सरकारें प्राइवेट सेक्टर के लोगों को इसके संस्थान खोलने के लिए संस्थान खोलने के लिए जगह और रणनीतियां नहीं बना सकती है ताकि हमारे देश में डॉक्टर और पैरामेडिकल तैयार हो जिससे कि हम दुनिया की मांग को पूरा कर सकें। हमारे पास जो जनसांख्यिकीय विभाजन(demographic dividend) है उसका लाभ इस क्षेत्र में बहुत कर सकें। पिछले 4-5 दशक से हमारे डॉक्टरों ने पूरी दुनिया में भारत की इज्जत को बहुत बढ़ाया है। भारत का डॉक्टर जहां भी गया है उसने उस देश के दिल को जीता है। इसका मतलब हमारा बॉन्डिंग हो चुका है अब हमें योग्य लोगों को तैयार करने में तेजी लाने की जरूरत है।