स्कूल शानदार हो जाएंगे तो नेताओं को ‘जात-पात और धर्म’ के नाम पर वोट नहीं मिलेंगे: अरविंद केजरीवाल

टेन न्यूज़ नेटवर्क

नई दिल्ली (19/02/2022): दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज दिल्ली के 240 सरकारी स्कूलों में 12430 नए ‘स्मार्ट क्लासरूम’ का उद्घाटन किया है। इस ‘स्मार्ट क्लासरूम’ में अत्याधुनिक सुविधाओं उपलब्ध है। इस उद्घाटन समारोह में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, शिक्षा मंत्री या उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और गृह मंत्री सत्येंद्र जैन भी मौजूद थे।

दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों का इंफ्रास्ट्रक्चर देश के किसी भी प्राइवेट स्कूलों से बेहतर है। अब दिल्ली के हर बच्चे के अंदर यह आत्मविश्वास बढ़ रहा होगा कि हम देश का भविष्य है। हमारा परिवार, हमारा सरकार और हमारा शिक्षा मंत्री इस बात की चिंता करते हैं कि हम देश का भविष्य है। देश का भविष्य ठीक से संवारा जाए और आज ये स्कूल की बिल्डिंग्स उसी दिशा में उठाया गया एक कदम है।

वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उद्घाटन समारोह में कहा कि दिल्ली में शिक्षा क्रांति हो रहा है आज दिल्ली की सरकारी स्कूलों में इतने अच्छे बिल्डिंग, शानदार क्लासरूम और शानदार इंफ्रास्ट्रक्चर की सुविधा उपलब्ध है जो दिल्ली के प्राइवेट स्कूलों में भी नहीं है। दिल्ली के सरकारी स्कूल के परिणाम प्राइवेट स्कूलों की तुलना में बेहतर होंगे। इस साल 3,70,000 बच्चों ने बड़े-बड़े प्राइवेट स्कूलों से नाम कटा कर दिल्ली के सरकारी स्कूलों में दाखिला करवाया है। इससे बड़ा सर्टिफिकेट्स और क्या हो सकता है कि दिल्ली में शिक्षा क्रांति आई है। आज से 3 साल पहले जो 11000 नए क्लासरूम बनाने का कार्यक्रम शुरू किया था और आज 12430 क्लासरूम बनकर तैयार है। पूरा हो गया है। हम जितने भी काम शुरु करते हैं वह समय से पहले ही पूरा कर देते हैं लेकिन दूसरी सरकारों में बस वह नारियल फोड़ते रहते है काम पूरा नहीं होता और हर चुनाव में वादा करते रहते हैं। एक कैसे देखा जाए तो एक स्कूल में लगभग 40 से 50 क्लासरूम होता है उस हिसाब से आज दिल्ली में लगभग 250 स्कूल बनकर तैयार हो गए हैं। पिछले 7 सालों में दिल्ली सरकार ने कुल मिलाकर 20,000 नए क्लासरूम बनाए हैं। पूरे देश में केंद्र सरकार और सभी राज्य सरकारों को मिलाकर भी 7 सालों में 20,000 क्लासरूम नहीं बनाए है। केवल दिल्ली में 7 सालों में 20000 नए क्लासरूम बनाकर तैयार किए हैं। बाबा साहब का सपना था और उन्होंने शिक्षा पर बहुत जोर दिया था। उनका सपना था कि हर बच्चे को चाहे वह गरीब हो या अमीर उन्हें अच्छी शिक्षा मिले। आजादी के 75 साल बाद भी बाबा साहेब का सपना पूरा नहीं हुआ देश के बाकी राज्यों में सरकारी स्कूलों में पढ़ाई नहीं होता लेकिन मुझे खुशी है कि कम से कम आजादी के 75 साल बाद दिल्ली में बाबा साहेब के सपने का काम दिल्ली में पूरा होना शुरू हो गया है।

उन्होंने कहा कि भगत सिंह ने कहा था कि केवल भारत से अंग्रेजों को बाहर निकालने से आजादी नहीं मिलेगी। आजादी तब मिलेगी जब देश के गरीब बच्चों और अमीर बच्चों को एक जैसी शिक्षा मिलने शुरू होगी। आज दिल्ली में भगत सिंह का सपना पूरा हो रहा है। जब हमने यह काम दिल्ली में 7 सालों में किया है तो यह काम 75 साल में भी हो सकता था लेकिन क्यों नहीं हुआ? यदि आजादी के 75 साल पहले मेरा काम शुरू हो जाता तो आज देश में गरीबी नहीं होती और देश कहां से कहां पहुंच जाता। देश पहले ही 75 साल बर्बाद कर चुकी है अब हमारे पास समय कम है इसलिए हमें राजनीति नहीं करनी है और हमारे लिए देश जरूरी है। देश की कोई भी सरकार अगर अपने राज्यों में दिल्ली जैसी शिक्षा व्यवस्था और स्वास्थ्य व्यवस्था करना चाहता है तो मैं मनीष सिसोदिया और स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को थोड़े दिन के लिए उन्हें लोन पर दे देंगे। हमारा मकसद यह नहीं है कि हम हर राज्य में चुनाव जीते हमारा मकसद है कि देश आगे बढ़ना चाहिए। हम आज यह ऐलान करते हैं कि यदि कोई भी अपनी राज्य में अच्छे स्वास्थ्य स्कूल और अस्पताल बनना चाहता है तो हम उनकी मदद करने के लिए तैयार हैं।

उन्होंने आगे कहा कि देश के बड़े-बड़े नेता मिलकर कह रहे हैं कि केजरीवाल आतंकवादी है लेकिन मुझे हंसी भी आई लेकिन आज मैं उन सब लोगों को कहना चाहता हूं कि जिसे आप लोग आतंकवादी कह रहे हो आज वह आतंकवादी देश को 12430 कमरे स्कूलों का समर्पित करता है। आज वह आतंकवादी बाबासाहेब आंबेडकर और भगत सिंह के सपने को पूरा कर रहा है। नेताओं को सबसे बड़ा डर स्कूल से लगता है क्योंकि यदि स्कूल शानदार बन जाएंगे तो नेताओं को जात पात और धर्म के नाम पर वोट मिलने बंद हो जाएंगे। हमारे इस स्कूलों से ऐसे देश के कट्टर देशभक्त बच्चे तैयार होंगे ये हम स्कूल नहीं बना रहे देशभक्त बच्चे बनाने की फैक्ट्रीयां बना रहे हैं। जब ये बच्चे 10 से 15 साल बाद स्कूलों से निकलेंगे तो वह जात-पात और धर्म के नाम पर वोट नहीं देंगे विकास के नाम पर वोट देंगे। जब मैं दिल्ली में गरीब बच्चों को शानदार स्कूल और मुफ्त शिक्षा दे रहा हूं और इससे बड़ा देश भक्ति और राष्ट्र निर्माण का काम क्या हो सकता है। भगत सिंह ने एक नारा दिया था इंकलाब जिंदाबाद आज मैं एक नारा दे रहा हूं इंकलाब जिंदाबाद शिक्षा क्रांति जिंदाबाद।