दिल्ली में मेडिकल, इंजीनियरिंग और पैरामेडिकल के छात्रों के लिए निःशुल्क कोचिंग, जानें क्या है चयन की प्रक्रिया

टेन न्यूज़ नेटवर्क

नई दिल्ली (17/02/2022): दिल्ली सरकार मेडिकल, इंजीनियरिंग और पैरामेडिकल क्षेत्रों में भविष्य बनाने वाले छात्रों के लिए खुशखबरी है। अब वह एंट्रेंस एग्जाम की तैयारियों के लिए निःशुल्क कोचिंग की सुविधा एक्सपर्ट्स से ले सकते हैं। दरअसल दिल्ली सरकार सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे और जो बच्चे कोचिंग के लिए फीस नहीं दे पाते हैं उनके लिए निःशुल्क कोचिंग की सुविधा दी जाएगी। इसके लिए दिल्ली सरकार द्वारा बहुत सी महत्वकांक्षी परियोजनाओं की शुरूआत की गई है। इस पूरे परियोजना को संचालित करने के लिए दिल्ली सरकार ने एक निजी संस्था ‘अवंती फेलोज’ के साथ समझौता किया है।

ऐसे होगा छात्रों का चयन

इस परियोजना के तहत 11 वीं और 12 वीं कक्षा में पढ़ने वाले छात्रों का पहले परीक्षा लिया जाएगा जिसके परिणाम के आधार पर 6 हजार बच्चों को चुना जाएगा। इसके बाद एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी के लिए छात्रों को कोचिंग, टेस्ट सीरीज, परीक्षाओं के लिए आवश्यक अकादमिक सहयोग दिया जाएगा और परीक्षाओं की तैयारी के दौरान नियमित रूप से छात्रों का निगरानी किया जाएगा।

पायलट प्रोजेक्ट से शानदार सफलता

दिल्ली सरकार द्वारा पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर राजधानी के कुछ स्कूलों में इसे पहले शुरू किया गया था जिससे कि शानदार सफलता भी मिला। इस पायलट प्रोजेक्ट के तहत एससी-एसटी वर्ग की 160 से अधिक लड़कियों को निःशुल्क मेडिकल प्रवेश परीक्षा की कोचिंग दी जा रही है। पायलट प्रोजेक्ट के सफल होने के बाद सरकार कोचिंग से जुड़े प्रोग्राम को तैयारी कर रही है। जिससे दिल्ली के अधिक से अधिक छात्र इंजीनियरिंग और मेडिकल से जुड़ी प्रवेश प्रक्रिया पास करके उसमें प्रवेश ले सकें।

प्रवेश परीक्षा की तैयारी करने में मिलेगी मदद

वर्तमान समय में दिल्ली के सरकारी स्कूलों में 11 वीं और 12 वीं के 30 हजार से अधिक बच्चे साइंस स्ट्रीम में पंजीकृत हैं। फ्री टेस्ट प्रीप्रेशन कार्यक्रम के तहत छात्रों को इंजीनियिरंग , एमबीबीएस , बीडीएस , फार्मेसी , नर्सिंग , पैरामेडिकल और रिसर्च को से जुड़ी प्रवेश परीक्षा को लेकर अब छात्रों को निशुल्क कोचिंग दी जाएगी। जिससे कि इन प्रवेश परीक्षा की तैयारी करने में मदद मिलेगी।

बता दें कि दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि हमारा लक्ष्य उन होनहार छात्रों को आगे बढ़ाने का है , जो कोचिंग के लिए फीस नहीं दे पाते हैं । उन सभी छात्रों को निशुल्क कोचिंग देकर सरकार उनके भविष्य को संवारने की दिशा में काम कर रही है । इसी के लिए निःशुल्क कोचिंग प्रोग्राम की शुरुआत की गई है।