अन्ना जी, दिल्ली बवाना में राजीव आवास योजना के तहत बने मकानों को जर्जर करने के लिए कौन है जिम्मेदार: दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अनिल कुमार चौधरी

टेन न्यूज़ नेटवर्क

नई दिल्ली (17/02/2022): दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अनिल कुमार चौधरी ने दिल्ली सरकार पर आरोप लगाते हुए ट्वीट कर लिखा है कि “बवाना में हुए हादसे के घटना स्थल पर पहुंच कर वहां का जायज़ा लिया। राजीव रत्न आवास योजना के तहत बने मकान आज मलबे में तब्दील हो रहे हैं। पूरा परिसर खंडहर बन गया लेकिन अरविंद केजरीवाल ने उनको ये मकान नहीं दिए जिनका इन मकानों पर हक़ है।” उन्होंने कहा कि अन्ना जी, दिल्ली ने बवाना में राजीव आवास योजना के तहत बने मकानों को जर्जर करने के लिए कौन जिम्मेदार है।

उन्होंने ट्विटर पर वीडियो शेयर किया है जिसमें उन्होंने आरोप लगाया है, गरीबों को जो वादा कांग्रेस ने किया था वह वादा उसने पूरे किए हैं। गरीबों से कांग्रेस ने 100-100 रूपये लिए थे और एक कान्ट्रेक्ट हुआ था। यह कान्ट्रेक्ट 2013 से पहले हुआ था जिसमें गरीबों को 60,000 रूपये देना था और बाकी के पैसे सरकार को देना था और गरीबों के सपने पूरे होने वाले थे। कांग्रेस ने स्कीम को लेकर आया और मकान भी बनाकर तैयार कर दिए थे। भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी दोनों पार्टियां ‘जहां झुमकी, वहां मकान’ का नारा देती थी लेकिन एक भी मकान नहीं बनाया है। कांग्रेस ये स्कीम 2008 में लेकर आया और 2013 में मकान बनाकर तैयार भी कर दिए लेकिन आज उन मकानों के नीचे बिल्डिंग गिरने से लोग मर जाते हैं। ये पूरी बिल्डिंग खंडर हो गया सड़कें सुनसान हो गया और पार्कों को खंडहर बना दिया इसके लिए जिम्मेदार कौन है? पंजाब में जाकर दिल्ली मॉडल करते हैं तो जवाब दे इसका जिम्मेदार कौन है? यहां पर 4 लोग मर गए उसके लिए जिम्मेदार कौन है? यदि यहां पर काम होता तो वह इसका नाम मुख्यमंत्री आवास योजना नहीं करते और यह राजीव गांधी आवास योजना थी जो गरीबों के लिए था और अब इस योजना को खत्म कर दिया गया।

उन्होंने आखिर में कहा कि “मैं अन्ना जी से पूछना चाहता हूं कि ये जो पैसा व्यर्थ हुआ है इसके लिए दोषी कौन है? और जो भी दोषी है उन्हें सजा दी जाए। यदि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की नियत साफ नियत साफ थी तो 7 सालों में लोगों को घर आवंटन क्यों नहीं किया गया?इस योजना को क्यों खत्म किया गया है? अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली ने बवाना में राजीव आवास योजना के तहत बने मकानों की जर्जर हालत कर बर्बाद कर दिया है।”