टेन न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली (31/01/2022): बेमौसम बरसात से दिल्ली में जिन किसान भाईयों की फ़सल खराब हुई थी, उन्हें आज से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल मुआवज़ा दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि पहले के मुख्यमंत्री को यह भी नहीं पता था कि दिल्ली में खेती भी होती है। देश के हर व्यक्ति के जीवन में किसान का बहुत महत्व होता है। इस बात को दिल्ली सरकार बहुत अच्छे से समझती है इसलिए दिल्ली सरकार ने किसानों को मुआवजा देने का फैसला लिया है। जैसे कि साल 2015 में दिल्ली सरकार ने किसानों को मदद करने का हाथ बढ़ाया था ठीक उसी प्रकार किसानों को बेमौसम बारिश की वजह से फसल का जो नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई के लिए दिल्ली सरकार आपके साथ खड़ी हैं। 2015 में ₹ 35 करोड़ रुपए मुआवजे के तौर पर किसानों को बांटा गया था और इस बार भी लगभग 55 करोड़ से अधिक रुपए किसानों को मुआवजा के तौर पर देंगे। इस मुआवजे की राशि को 44859 किसानों में बांट रही है। ये दिल्ली सरकार की किसानों के प्रति सबसे बड़ी पहल है।
मुख्य सचिव महोदय विजय कुमार देव ने कहा कि यह महत्वपूर्ण कार्य है। दिल्ली सरकार हमेशा से दिल्ली में रहने वाले हर तबके के लोगो के लिए हर संभव मदद करने के लिए तत्पर रहती है। दिल्ली में रहने वाला सबसे अहम तबका है हमारे किसान भाई जो दिल्ली के गांव में रहते हैं। देश के विकास में जो रोल हमारे किसान भाई अदा करते हैं। वह सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है इसलिए दिल्ली सरकार उनकी सहायता और सहयोग के लिए हमेशा तैयार रहती है।
दिल्ली राजस्व मंत्री ने कहा कि एक समय था जब दिल्ली में पूछा गया था कि दिल्ली में खेती भी होती है क्या? और आज वह समय है जब दिल्ली में एक बार नहीं दूसरी बार दिल्ली की किसानों को दिल्ली सरकार मुआवजा दे रही है। अगर कोई मुख्यमंत्री किसानों के साथ खड़ा है उनके दुख दर्द को समझा है और उनके वादों को पूरा किया है वह कोई और मुख्यमंत्री या सरकार नहीं है वह सिर्फ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल हैं।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि 2013 में हमारी नई-नई सरकार बनी थी और उस समय बिन मौसम दिल्ली में ओले पड़े थे। कई किसानों की फसल खराब हो गए थे और उस समय दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित थी। एक पत्रकार ने शीला दीक्षित से पूछा कि किसान बहुत परेशान हैं तो क्या उनको मुआवजा मिलेगा? तो दिल्ली के मुख्यमंत्री ने पूछा कि क्या दिल्ली में खेती भी होती है क्या? जब किसी मुख्यमंत्री को पता ही नहीं कि वहां पर खेती होती है तो वह उनके लिए काम ही क्या करेगा। ये बड़े शर्म की बात थी। हमारी सरकार बनने के दो-तीन महीने बाद हमारे पास किसान आए और उन्होंने बोला कि हमारी फसल खराब हो गयी हैं तो मैं उनके साथ उसी समय चला गया और 20000 एकड़ के हिसाब से मैं उनको मुआवजा देने लगा। यदि किसानों को 70% से कम का नुकसान होता है तो 70% मुआवजा मिलेगा। यदि 70% से ज्यादा का नुकसान होता तो 100% मुआवजा मिलेगा। आज से सब किसानों को चेक मिलना शुरू हो जाएगा। मैंने देखा कि दिल्ली में किसानों के जो मुआवजा राशि है, वह 3.5 लाख, 2 लाख 3 लाख और 1 लाख है, वहीं दूसरी राज्यों में मुआवजा राशि ₹10 और 12000 रुपए है और वह भी मुआवजा राशि मिलती ही नहीं है।
पंजाब में भी किसानों की फसल खराब हो गयी था। उन्होंने इसके लिए 12000 मुआवजा दिया, लेकिन किसानों ने कहा, 12000 तो कुछ भी नहीं हमारा कुछ नहीं होगा।
केजरीवाल ने आगे कहा कि जभी भी आप लोगों को किसी भी चीज की जरूरत हो तो आप लोग हमारे पास आ सकते हैं। मैं आपके परिवार का ही एक सदस्य जैसा हूं। मेरा मानना है कि जिस देश में किसानों की जगह नहीं है उस देश की तरक्की नहीं हो सकती। मैं तो किसानों की बहुत इज्जत करता हूं जो भी आपका दुख दर्द है, मैं हमेशा आपके साथ खड़ा हूं और आज आप लोगों को चेक मिल जाएगा।