टेन न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली (10/01/2022): देश में कोरोना के ओमीक्रोन वैरिएंट की बढ़ते संक्रमण के बीच आज से बूस्टर डोज देने की महा अभियान शुरू हो गया है। इस मुहिम के तहत फ्रंटलाइन वर्कर्स, हेल्थ वर्कर और 60 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्गों को बूस्टर डोज देना है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली सहित उत्तर प्रदेश मध्य प्रदेश और बिहार तमाम राज्यों में आज से बूस्टर डोज लगाई जानी शुरू हो गई है।
लोगों ने कहा कि “दिल्ली ने सह-रुग्णता वाले 60 वर्ष से अधिक आयु के फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं और वरिष्ठ नागरिकों को COVID-19 वैक्सीन ‘एहतियाती खुराक’ देना शुरू किया। “हमें अच्छा लग रहा है। इसका कोई साइड-इफेक्ट नहीं है, सभी को इसका सेवन करना चाहिए,”
आपको बता दें कि सोमवार यानी आज से 60 साल से अधिक आयु के बुजुर्ग को बूस्टर डोज लगवा सकेंगे. इसके अलावा हेल्थ केयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स को भी बूस्टर डोज लगाया जाना है। वहीं राजधानी दिल्ली में 3.80 लाख से अधिक बुजुर्ग, 4.4 लाख फ्रंटलाइन कर्मचारी और 2.61 लाख स्वास्थ्य कर्मियों को बूस्टर डोज लगाई जाएगी।जबकि देश में हेल्थ केयर वर्कर्स की संख्या लगभग 1 करोड़ है, जिसमें डॉक्टर, नर्स, हॉस्पिटल स्टाफ, आशा वर्कर्स, आंगनबाड़ी वर्कर्स शामिल हैं। वहीं फ्रंटलाइन वर्कर्स की संख्या 2 करोड़ है। इसमें पुलिसकर्मी, केंद्रीय सुरक्षा बलों के जवान, सेना के जवान, होम गार्ड, सिविल डिफेंस संगठन, डिजास्टर मैनेजमेंट वॉलिंटियर्स, नगर निकाय कर्मी शामिल हैं।
बूस्टर डोज सिर्फ उन लोगों को लगाया जाएगा जिन्होंने कोविड वैक्सीन के दोनों खुराक ले चुके हैं। यदि आपने दोनों खुराक कोविशील्ड की ली है तो आपको प्रिकॉशन डोज भी कोविशील्ड की दी जाएगी। और यदि आपने दोनों खुराक कोवैक्सीन की ली है तो आपको प्रिकॉशन डोज भी कोवैक्सीन की दी जाएगी। दूसरी खुराक दिए जाने की तारीख से 9 महीने यानी 39 सप्ताह पूरे होने के बाद बूस्टर डोज/प्रिकॉशन डोज दी जाएगी।