New Delhi (19/12/2021): जीएसटी काउंसिल द्वारा प्रस्ताव दिया गया है कि 1 जनवरी से फुटवियर और कपड़े पर जीएसटी को 5% से बढ़ाकर 12% कर दिया जाए , इसका चारों तरफ व्यापारी विरोध कर रहे हैं ।
आज इसी मुद्दे पर व्यापारियों के शीर्ष संगठन चैम्बर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री ( सीटीआई ) ने एक महापंचायत का आयोजन किया जिसमें कपड़ा, रेडीमेड गारमेंट्स , साड़ी सूट, फुटवियर से जुड़े हुए 200 व्यापारी संगठनों ने हिस्सा लिया ।
सीटीआई के चेयरमैन बृजेश गोयल और अध्यक्ष सुभाष खंडेलवाल ने बताया कि आज की महापंचायत में सभी व्यापारी संगठनों ने कपड़े और फुटवियर पर जीएसटी की दर को बढ़ाने का पुरजोर विरोध किया और केन्द्र सरकार से इसे लागू नहीं करने का अनुरोध किया ।
सीटीआई चेयरमैन बृजेश गोयल ने बताया कि आज की महापंचायत में चांदनी चौक मर्केंटाइल एसोसिएशन के उपाध्यक्ष श्री भगवान बंसल , गांधी नगर मार्केट के अध्यक्ष के के बल्ली , करोल बाग टैंक रोड़ के उपाध्यक्ष राजेश आहूजा , लाजपत नगर के अध्यक्ष कुलदीप अरोड़ा, फुटवियर मार्केटों के अध्यक्ष धरम पाल अरोड़ा और अमृत गुलाटी, उद्योग नगर के अध्यक्ष अशोक गुप्ता आदि सभी ने अपने अपने बाजारों को बंद करने की चेतावनी देते हुए कहा कि अगले बुधवार तक कपड़े और फुटवियर के सभी बाजारों को बंद करने की रणनीति बन जाएगी , दिल्ली में कपड़े और फुटवियर की लगभग डेढ़ लाख दुकानें हैं और लगभग 20 हजार फैक्ट्रियां हैं ।
दिल्ली में चांदनी चौक, करोल बाग, गांधी नगर, लाजपत नगर, सरोजनी नगर, लक्ष्मी नगर, सीलमपुर, इन्द्र लोक, रोहिणी, पीतमपुरा, राजोरी गार्डन, कमला नगर आदि कपड़े और फुटवियर के प्रमुख बाजार हैं ।
बृजेश गोयल ने बताया कि आजादी के बाद से जीएसटी आने तक कपड़ा टैक्स फ्री था जबकि 500 रूपये तक के फुटवियर भी टैक्स फ्री थे , लेकिन जब जीएसटी लागू किया गया तो कपड़े और फुटवियर पर 5% जीएसटी लगा दिया गया था और अब केन्द्र सरकार जले पर नमक छिड़कते हुए इन दोनों पर जीएसटी बढ़ाकर 12% करने जा रही है , इससे कपड़े और फुटवियर काफी महंगे हो जाएंगे और आम जनता को भी इसका बोझ उठाना पड़ेगा, सरकार ने कफन पर भी टैक्स लगा दिया , अगर 12% जीएसटी लगा दिया गया तो व्यापारी के पास पूंजी नहीं बचेगी और ना केवल हजारों छोटे छोटे कारखाने बंद हो जायेंगे बल्कि टैक्स चोरी भी बढ़ेगी । चीन और बांग्लादेश से प्रतिस्पर्धा करना मुश्किल हो जाएगा ।