क्रांतिधरा साहित्य अकादमी, मेरठ द्वारा प्रत्येक वर्ष आयोजित किए जाने वाला अंतरराष्ट्रीय साहित्यिक आयोजन मेरठ लिटरेचर फेस्टिवल कोरोना की विश्वव्यापी महामारी के कारणों से इस वर्ष आनलाईन आयोजित किया जायेगा।
यह निर्णय आज मेरठ लिटरेचर फेस्टिवल आयोजन समिति द्वारा विकास एन्कलेव में आयोजित बैठक में लिया गया
मेरठ लिटरेचर फेस्टिवल आयोजन समिति बैठक की अध्यक्षता वरिष्ठ गजलकार डा रामगोपाल भारतीय द्वारा की गई ।
बैठक में सभी ने सहमति जताई कि इस वर्ष कोरोना महामारी के कारण यह अंतरराष्ट्रीय आयोजन आनलाईन किया जायेगा जिसका सजीव प्रसारण ‘टैन न्यूज चैनल’ के माध्यम से पूरी दुनिया में किया जाएगा ।
मेरठ लिटरेचर फेस्टिवल (क्रांतिधरा मेरठ साहित्यिक महाकुंभ) प्रत्येक वर्ष की तरह ही इस बार भी तीन दिवसीय ही रहेगा जोकि दिनांक 24, 25 , 26 दिसंबर को आयोजित किया जायेगा
आज की बैठक में पूनम पंडित ने कहा कि मेरठ लिटरेचर फेस्टिवल का मुख्य उद्देश्य ‘वसुधैव कुटुंबकम्’ की भावना और राष्ट्रवादी विचारधारा के साथ देश दुनियां में साहित्य के माध्यम से दिलो को दिलो से जोड़ना, एक दूसरे के लेखन व शोध से रूबरू कराना, अनुवाद , प्रकाशन , विचारों के आदान प्रदान, परस्पर सहयोग की भावना , पठन – पाठन व साहित्य के दायरे का विस्तार और नवोदित व गुमनाम कलमकार बन्धुओ को वरिष्ठ साहित्यकारों के सानिध्य में एक अंतर्राष्ट्रीय मंच प्रदान करना हैं ।
इस अवसर पर वरिष्ठ समाजसेवी प्रशांत कौशिक ने कहा कि इतिहास गवाह है मेरठ की भूमि प्राचीन काल से ही क्रान्ति और साहित्यिक सृजन की पवित्र भूमि रही हैं , ऐतिहासिक मेरठ की पावन भूमि पर जहाँ एक ओर हड़प्पा काल के साक्ष्य मिलते हैं वहीँ दूसरी ओर रामायण और महाभारत काल से भी जुडी हुई हैं ।
हमें अपनी समृद्ध विरासत को सहेजते हुए अपनी युवा पीढी को अपने क्षेत्रीय इतिहास से परिचित कराया जाना चाहिए ।
आयोजन समिति के महासचिव और बैठक की अध्यक्षता कर रहे डा रामगोपाल भारतीय ने बताया कि मेरठ परिक्षेत्र की एक सकारत्मक पहचान बनानें और देश दुनियां में मेरठ को क्रांतिधरा के साथ साथ साहित्यिक भूमि के रूप में नई पहचान दिलाने के लिए हम साहित्यिक आयोजनों के माध्यम से प्रयासरत हैं और पंचम मेरठ लिटरेचर फेस्टिवल में साहित्यिक परिचर्चाएं व सामाजिक परिचर्चाएं, पर्यावरण विमर्श, शोधपत्र, लघु कथा सत्र, साक्षात्कार, पुस्तक समीक्षा , पुस्तक विमोचन, कवि सम्मेलन, मुशायरा, युवाओं के लिए ओपन माईक सत्र सहित आनलाईन सम्मान समारोह आयोजित किए जाएंगे तथा सभी सहभागीयों को उनके सम्मान पत्र डाक द्वारा प्रषित किए जाएंगे।
प्रत्येक वर्ष की तरह इस बार भी समस्त भारत व अनेक देशों के साहित्यिक व सामाजिक विभूतियों की सहभागिता रहेगी ।
आयोजन समिति की आज की बैठक में डा रामगोपाल भारतीय, डा विजय पंडित, पूनम पंडित , अश्विनी कौशिक, प्रशांत कौशिक, श्री संजीव कुमार शर्मा , नितीश कुमार राजपूत , मधुर शर्मा उपस्थित रहे और अपने अपने विचार रखें ।