आई0टी0एस0 डेंटल कॉलेज, मुरादनगर के पब्लिक हेल्थ डेंटिस्ट्री विभाग द्वारा दिनांक 3 दिसंबर, 2021 को अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांग दिवस मनाया गया। जिसका विषय एक समावेशी, सुलभ और कोविड 19 के बाद दुनिया में दिव्यांग व्यक्तियों का नेतृत्व और भागीदारी है। इस दिन का उद्देश्य है दिव्यांगों के प्रति लोगों के व्यवहार में बदलाव लाना और उन्हें उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना। हर साल इस दिन दिव्यांगों के विकास, उनके कल्याण के लिये योजनायें और समाज में उन्हें बराबरी के अवसर मुहैया कराने पर गहन विचार विमर्श किया जाता है।
अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांग दिवस के अवसर पर आई0टी0एस0-द एजुकेशन ग्रुप ने अपने विचार व्यक्त किए कि किस प्रकार समाज दिव्यांगों के लिए भौतिक, तकनीकी और व्यवहार संबंधी बाधाओं को हटाने के लिए प्रयास कर सकता है। संस्थान हमेशा दिव्यांग रोगियों के लाभ के लिए बिना किसी भेदभाव के निम्न शुल्क पर उच्च गुणवत्ता वाले उपचार प्रदान कर रहा है। यह संस्थान समुदाय की मौखिक स्वास्थ्य आवश्यकताओं के रिकॉर्ड भी रखता है और जरूरतों को पूरा करने के लिए रणनीतियों की योजना बनाता है। जरूरतमंदों और समुदाय के वंचित वर्ग को आउटरीच कार्यक्रमों के माध्यम से मौखिक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करता है। स्वास्थ्य सेवाओं के उपयोग के लिए कॉलेज, मरीजों के घरों के पास दंत चिकित्सा देखभाल प्रदान करने के प्रयास के साथ 6 सैटेलाइट की सुविधा उपलब्ध करा रहा है।
अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांग दिवस पर संस्थान द्वारा अद्वैत पब्लिक स्कूल, गाजियाबाद में दिव्यांग रोगियों के लिए शिविर लगाया गया जिसमें रोगियों के लिये गतिविधियों की श्रृंखला देखी गई। आई0टी0एस0 डेन्टल कालेज, मुरादनगर द्वारा आयोजित शिविर स्थल पर मौखिक स्वच्छता कि जांच की गई और सभी रोगियों को आवश्यक उपचार बताया गया। अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन करने के लिए दिव्यांग बच्चों के बीच एक ड्राइंग और क्विज प्रतियोगिता कराई गई। ड्राइंग में छात्रों ने बहुत उत्साह और दिल को छूने वाली रचनात्मक कला का प्रदर्शन किया। ब्रशिंग मॉडल और टूथब्रश की मदद से ब्रशिंग का सही तरीका बताया गया तथा कार्यक्रम का समापन प्रतियोगिता के विजेता को पुरस्कार देकर किया गया। आई0टी0एस0 डेंटल कॉलेज की ओ0पी0डी0 में निम्नलिखित गतिविधियां देखी गई। जिसमें कॉलेज के सभी ओ0पी0डी0 रोगियों के लिए मौखिक स्वच्छता बनाए रखने के महत्व के बारे में उपयुक्त जानकारी दी गई तथा दिव्यांगों के प्रति लोगों के व्यवहार में बदलाव लाने में सहायता की। सभी रोगियों को ब्रशिंग मॉडल और टूथब्रश की मदद से ब्रशिंग का सही तरीका भी बताया गया।