नेशनल टूथब्रशिंग डे के अवसर पर आईटीएस – द एजुकेशन ग्रुप के चेयरमैन डाॅ आरपी चड्ढा तथा वाईस चेयरमैन अर्पित चड्ढा ने मौखिक स्वास्थ्य के महत्व पर अपने विचार व्यक्त किये और बताया कि संस्थान ने हमेशा से इस क्षेत्र मे काम किया है ताकि जरूरतमंद लोगों के बीच मौखिक स्वच्छता के रखरखाव को बढ़ावा दिया जा सके और मौखिक बीमारियों को भी रोका जा सके। आईटीएस का उद्देशय समाज को मौखिक रोगों से मुक्त कराना है, जो सामान्य लक्ष्य को पूरा करने के लिए समुदाय द्वारा एकजुट ऊर्जा तथा समर्पण के साथ कार्य करते है। यह उचित टूथबश करने की आदत के माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है। दंत क्षय और पेरियोडोंटल रोग दुनिया भर में प्रचलित सबसे आम मौखिक रोग है और इसे उचित ब्रशिंग प्रथाओं द्वारा आसानी से रोका जा सकता है। यह संस्थान समुदाय की मौखिक स्वास्थ्य आवष्यकताओं के रिकाॅर्ड भी रखता है, विकसित करता है और ज़रूरतों को पूरा करने के लिए रणनीतियों की योजना बनाता है, जरूरतमंदों और समुदाय के वंचित वर्ग को आउटरीच कार्यक्रमों के माध्यम से मौखिक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करता है। स्वास्थ्य सेवाओं के उपयोग के लिए काॅलेज, मरीजों के घरों के पास दंत चिकित्सा देखभाल, ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में दंत चिकित्सा सेवाओं को 7 सेटेलाईट केन्द्रों द्वारा प्रदान करता है।
नेशनल टूथब्रशिंग डे हर वर्ष 08 नवंबर को मनाया जाता है। यह एक मौखिक स्वास्थ्य के लाभों के लिए जष्न मनाने, बूढ़े और युवा सभी के लिए मौखिक स्वच्छता को दुनिया भर मे बढावा देने का दिन है। ताकि मौखिक स्वास्थ्य के महत्व को और दंत विशेषज्ञों द्वारा सुझाए गये अच्छे टूथब्रशि ग की आदतों को बढ़ावा दिया जा सकें।
इस संदर्भ मे, आईटीएस डेन्टल काॅलेज, मुरादनगर, गाजियाबाद ने संस्थान और शिविर स्थल पर कई कार्यक्रमों का आयोजन किया। टूथब्रश और टूथब्रशिंग माॅडल की सहायता से मौखिक स्वास्थ्य रखरखाव के लिए, एलाईड पब्लिक स्कूल, मुरादनगर मे शिविर आयोजित किया गया। तथा इस सिद्धांत के आधार पर टूथब्रशिग के महत्व और तरीकों पर विशेष प्रयास किये गये। आईटीएस डेंटल काॅलेज की ओपीडी में आने वाले मरीजों के लिए ओरल हेल्थ एजुकेशन के सत्र भी आयोजित किए गये। शिविर स्थल पर आये सभी मरीजो को आईटीएस डेंटल काॅलेज के दंत विशेषज्ञों द्वारा उचित टूथब्रश करने की तकनीक का प्रदर्शन ब्रशिंग माॅडल और टूथब्रश की मदद से किया गया। इसके साथ ही शिविर स्थल पर मौखिक स्वास्थ्य की देखभाल के बारे मे जानकारी दी गई, और सभी रोगियों को आवष्यक उपचार भी बताया गया। अंत मे मरीजों के बेहतर उपचार के लिए आईटीएस डेन्टल काॅलेज मे रेफर किया गया।