दिल्ली यूनिवर्सिटी में पीजी कोर्स में नामांकन के लिए 26 जुलाई से रजिस्ट्रेशन, 13 पाठ्यक्रमों के लिए होगी प्रवेश परीक्षा

Highlights सभी प्रवेश परीक्षाएं एनटीए के माध्यम से कंप्यूटर आधारित मोड मे आयोजित की जाएंगी गैर-नेट उम्मीदवार जो पीएचडी और एमफिल कार्यक्रमों में प्रवेश पाने के इच्छुक हैं, उन्हें डीयूईटी 2021 की परीक्षा देनी होगी विश्वविद्यालय ने कहा था कि स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश पिछले वर्षों की तरह योग्यता के आधार पर होगा

दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) आगामी शैक्षणिक सत्र में पीजी कोर्स में नामांकन के लिए 13 पाठ्यक्रमों की प्रवेश परीक्षा आयोजित करेगा। अधिकारियों ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा (DUET) के लिए परीक्षा केंद्रों की संख्या बढ़ाने की भी योजना बना रहा है, जो सभी स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों और चुनिंदा स्नातक पाठ्यक्रमों के लिए आयोजित की जाती है।

विश्वविद्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा की गई घोषणाओं के अनुसार, आगामी शैक्षणिक सत्र के लिए, भौतिक चिकित्सा( Bachelorin Physiotherapy), व्यावसायिक चिकित्सा (Occupational Therapy), प्रोस्थेटिक्स (Prosthetic) और ऑर्थोटिक्स (Orthotics) में स्नातक और फिजियोथेरेपी में परास्नातक में प्रवेश DUET के माध्यम से दिया जाएगा।

परीक्षा के लिए तारीखों की घोषणा जल्द ही की जाएगी। डीयू नामांकन के चेयरपर्सन राजीव गुप्ता ने कहा गैर-नेट उम्मीदवार जो पीएचडी और एमफिल कार्यक्रमों में प्रवेश पाने के इच्छुक हैं, उन्हें डीयूईटी 2021 की परीक्षा देनी होगी।

गुप्ता ने कहा, ‘इस साल, दिल्ली विश्वविद्यालय DUET के लिए परीक्षा केंद्रों की संख्या बढ़ाने की योजना बना रहा है। यह उम्मीदवारों की प्रमुख मांगों में से एक थी। सभी प्रवेश परीक्षाएं एनटीए के माध्यम से कंप्यूटर आधारित मोड मे आयोजित की जाएंगी।’

पंजीकरण की प्रक्रिया के लिए विश्वविद्यालय ने शनिवार को घोषणा की थी कि स्नातक पाठ्यक्रमों के लिए पंजीकरण प्रक्रिया 2 अगस्त से शुरू होगी और 31 अगस्त तक जारी रहेगी, जबकि पीजी, एमफिल और पीएचडी कार्यक्रमों में प्रवेश के इच्छुक आवेदक 26 जुलाई से 21 अगस्त के बीच पंजीकरण प्रक्रिया को पूरा कर सकते हैं।

विश्वविद्यालय ने कहा था कि स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश पिछले वर्षों की तरह योग्यता के आधार पर होगा। श्री गुप्ता ने कहा, “प्रवेश शाखा कॉलेजों के प्राचार्यों के साथ कट-ऑफ तय करने के तौर-तरीकों पर काम कर रही है ताकि दाखिले के दौरान होंने वाली कठिनाईयो से बचा जा सके।”

कटऑफ सितंबर में पंजीकरण प्रक्रिया बंद होने के कम से कम एक सप्ताह बाद सितंबर की शुरुआत मे घोषित किया जा सकता है। आधिकारियो का कहना है कि प्रवेश प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन होगी और छात्रों को कॉलेजों या विभागों मे आने की आवश्यकता नहीं होगी।