COVID-19 Home Isolation: क्या घर पर कोरोना मरीज की कर रहे देखभाल, इन 4 बातों का हमेशा रखें ख्याल
नई दिल्ली. कोरोना वायरस एक बार फिर कहर बरपा रहा है. देश में कोविड-19 (Covid-19) मरीजों का ग्राफ तेजी से ऊपर जा रहा है. नए संक्रमितों के अलावा मौत और एक्टिव केस के आंकड़ों में भी इजाफा जारी है. दूसरी लहर में तो हालात ऐसे हो गए हैं कि मरीजों को अस्पताल में जगह नहीं मिल रही. ऐसे में कई लोग घर पर ही अपने परिजनों की देखरेख करने पर मजबूर हैं.
कोरोना वायरस से बचने की पहली शर्त यही है कि आपको संक्रमित या संभावित मरीजों से दूरी बनाकर रखनी है. लेकिन घर में बीमारों की देखरेख कर रहे लोग इस बात का पालन नहीं कर पाते हैं. ऐसे में उनके सामने दो स्थिति होती हैं- या तो वे अपने परिजन को उनके हाल पर छोड़ दें, या खुद का ख्याल रखते हुए उन्हें भी जल्द स्वस्थ करें. अब यह काम बगैर दूरी के करना तो मुमकिन नहीं है, लेकिन हेल्थ एजेंसी सेंटर्स फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) की सलाह आपकी मदद कर सकती है.
संपर्क सीमित करें: अगर आप घर में किसी मरीज की देखरेख कर रहे हैं, तो सबसे पहले पर्याप्त दूरी रखें. जानकार शुरुआत से ही 6 फीट की दूरी को सुरक्षित बता रहे हैं. अपनी चीजों को मरीज के साथ साझा न करें और अगर हो सके, तो खाना अलग-अलग खाएं. मरीज को खाना परोसते वक्त ग्लव्ज का इस्तेमाल बेहतर है. इसके अलावा आपको ज्यादा से ज्यादा समय घर में ही बिताना चाहिए. ऐसा करने से आपको दूसरों को भी सुरक्षित रख सकेंगे. अगर मुमकिन हो, तो मरीज को घर में भी आइसोलेट ही रखें.
मास्क और ग्लव्ज कब पहनें: मरीज के कमरे में प्रवेश करने से पहले ही खुद भी मास्क पहनें और उन्हें भी चेहरा कवर करने के लिए कहें. जब आप मरीज से जुड़ी किसी भी चीज को हाथ लगाएं, तो ग्लव्ज पहनना सुनिश्चित करें. हाथ धोते रहें और साथ ही आंखो, चेहरे और नाक को छूने से बचें.
पहले साफ और फिर डिसइंफेक्ट: हर रोज घर की ऐसी चीजों का ख्याल रखें, जो बार-बार छूने में आती हैं. जैसे- डूर नॉब, हैंडल, कुर्सी आदि. अगर ये गंदें हैं, तो सबसे पहले सतह को साबुन के पानी से साफ करें और घरेलू डिसइंफेक्ट का इस्तेमाल करें. डिसइंफेक्ट करते समय लेबल पर मौजूद जानकारी को पहले ठीक तरह से पढ़ लें.
अपना स्वास्थ्य भी मॉनिटर करें: मरीजों की देखभाल करने वालों को घर में रहकर खुद के स्वास्थ्य की भी निगरानी करनी चाहिए. अगर आपको कोरोना वायरस से जुड़े लक्षण, जैसे- बुखार, सांस लेने में परेशानी आदि की समस्या हो रही है, तो सतर्क हो जाएं. सांस लेने में परेशानी होना ज्यादा चिंता की बात हो सकती है.