हिन्दी आलोचना के सुपरिचित एवं प्रतिष्ठित आलोचक “डॉ० रामविलास शर्मा” जी की स्मृति में दिए जाने वाला सम्मान इस वर्ष “बजरंग बिहारी तिवारी” को दिया जाएगा इस सम्मान की घोषणा ‘केदार स्मृति न्यास’ द्वारा की गई। बता दें कि यह सम्मान बीते करीब 20 वर्षों से प्रति वर्ष दिया जाता है,
अब तक इस सम्मान से श्रीराम त्रिपाठी, जितेन्द्र श्रीवास्तव, आलोक गुप्त,रघुवंशमणि त्रिपाठी, शम्भु गुप्त, दुर्गाप्रसाद गुप्त, सूरज पालीवाल, विनोद शाही, प्रदीप सक्सेना, शम्भुनाथ, गोपेश्वर सिंह एवं रोहिणी अग्रवाल आदि को सम्मानित किया जा चुका है ।
बता दें कि संस्था द्वारा निर्णय की प्रशस्ति में कहा गया है कि ‘‘बजरंग बिहारी तिवारी ने अपने पारदर्शी चिन्तन से हिन्दी आलोचना को एक प्रौढ़ गरिमा प्रदान की है । उन्होंने नकारात्मक और अनालोचनात्मक स्वीकार से बचते हुए अपनी आलोचना में भारतीय नवजागरण के अपेक्षाकृत अल्पज्ञात पहलुओं की मीमांसा की है। बजरंग बिहारी तिवारी की आलोचना दृष्टि हिन्दी साहित्य की वैचारिक आलोचना में शोध और नवोन्मेष की नए ढंग से प्रतिष्ठा करती है।”
जानकारी के मुताबिक हिन्दी आलोचना के इस प्रतिष्ठित सम्मान के चयन हेतु इस वर्ष निर्णायकों की भूमिका में प्रो0 नित्यानंद तिवारी, प्रो0निर्मला जैन एवं प्रो० ए० अरविंदाक्षन शामिल रहे।
बताया गया है कि इस सम्मान को इसी वर्ष अप्रैल या मई माह में उत्तर प्रदेश के बाँदा जिले में आयोजित होने वाले केदार सम्मान समारोह में दिया जाएगा, संस्था के एक सदस्य ने हमारे रिपोर्टर को बताया कि बाँदा में होने वाला यह सम्मान समारोह किसी महोत्सव से कम नहीं होगा सम्मान समारोह के साथ – साथ एक भव्य कवि सम्मेलन की भी भूमिका बनाई जा रही है।