चुनाव आचारसंहिता के बीच कर्मचारियों ने क ी पुरानी पेंशन बहाली के लिए रैली

हरियाणा की बड़ोदा विधानसभा सीट पर कल चुनाव प्रचार का अंतिम दिन था।सभी पार्टियां अपने प्रचार अभियान में जोर शोर से लगी थीं। ऐसे में पेंशन बहाली संघर्ष समिति के नेतृत्व में हजारों सरकारी कर्मचारियों ने सरकार और प्रत्याशियों पर दबाव बनाने के लिए गोहाना के पार्क मे विशाल रैली की। रैली में निर्दलीय विधायक अमित और किसान नेता आजाद भी पहुंचे। कर्मचारी नेताओं ने खुले मंच से सरकार और अन्य पार्टियों को घेरते हुए ऐलान किया कि अब कर्मचारी परिवार केवल उन्हें वोट करेंगे जो उनकी पुरानी पेंशन बहाली में साथ देंगे। दिल्ली से पहुंचे केंद्रीय कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष मंजीत सिंह पटेल ने कहा कि यह आंदोलन केवल कर्मचारी आंदोलन नही है। कर्मचारी स्वयम किसान परिवारों से हैं और आज उनके साथ किसान भी शामिल हो रहे हैं।अब यह जनांदोलन बन चुका है।जल्दी ही इस मुद्दे पर सरकारें बनेंगी, क्योंकि अब लगभग हर राज्य के चुनावों में हमारा मुद्दा प्रमुखता से मेनिफेस्टो में शामिल होने लगा है। आंध्र और पंजाब में तो पेंशन बहाल करने के लिए कमेटी का गठन भी किया गया है। आज किसान परिवार भी हमारे साथ हैं इसलिए अब सरकारें इन दोनों वर्गों के साथ अन्याय नही कर सकती हैं। अनदेखी करने पर सरकारों को अब खामियाजा भुगतना पड़ेगा।