9 अगस्त, 2020: राजस्थान के अलवर जिले से निकल दिल्ली को अपनी कर्म भूमि बनाकर पंजाब फिर मुंबई के सफ़र के बाद अभिनेता-निर्देशक-गायक देवेंद्र सैनी और अजय अलवर (अम्मु) काटी-सीरीज़ द्वारा पहला पारंपरिक भक्ति संगीत‘शंकर’, एकल ट्रैक भक्ति संगीत एल्बम लॉन्च और रिलीज़ होते ही यूटयूब पर पोपुलर हुआ। सिंगलट्रैक एल्बम आधिकारिक तौर पर टी-सिरीज़ द्वारा रिलीज़।
दिल्ली, मुंबई, अलवर समेत राजस्थान के आपने टीज़र लांच से पहले ही चल रहे सुर्खियों में इस सॉंग को आखिरकार टी-सीरीज़ ने लांच कर दिया। इसकी रिलीज़ से पहले ही लोगो में काफी हर्ष और उल्लास दिखा और जैसे ही शंकर सांगरिलीज़ हुआ यूटयूब पर पोपुलर हो गया। इस शंकर गीत को लिखा अजय अलवर (अम्मु) और गीतकार देवेंद्र सैनी (देबू) हैं और इसका संगीत यूथ को देखते हुए सौम्यजीत रॉय ने दिया।
भक्ति संगीत एल्बम ’शंकर’ के सोंग में उस शक्ति का वर्णन किया गया है, जो अपने रास्ते में किसी को या किसी को भी आने नहीं देती। सिंगल ट्रैक म्यूजिक एल्बम सर्वोच्च प्रभु के साथ हमारी पारंपरिक बॉन्डिंग को भी बयान करता है। इस गाने के शुरुआत में ही इस गाने को सौम्यजीत राय ने डायरेक्ट किया है. गाने की शुरुआत महामृत्युंजय मंत्र से होती है, साथ ही इसमें शंकर भोलेनाथ की महिमा और उनके विशाल दिल को देखते हुए संगीतकार यह प्रार्थना कर रहा है की हे भोलेनाथ मुझे इस संसार की मोह-माया दूर मुझे मेरे असल कर्तव्य को का ज्ञान बताये मुझे हिम्मत दे और मेरा मार्गदर्शन करे ताकि मैं (संगीतकार और लेखक) अपने असल कर्तव्यों को भी पूरा कर सकू और सपनो को भी पूरा कर सकूँ। दरसल यह कहानी एक मध्यम वर्गीय ग्रामीण परिवार प्रेरित हैं जहा यह माना और कहा जाता हैं की गाना बजाना डांस जैसे इत्यादि से कुछ नहीं मिलता बदनामी के अलावा तब इस समय संगीत में यह दिखाया जाता हैं की वह आपने सवालो को लेकर एक अंजन जहग पर रुकता हैं और तब ही वही उसे सृष्टि के रचियता पालनहार शिव शंकर भोलेनाथ की प्रतिमा मिलती हैं तब वह वही रूककर उस प्रतिमा को नदी से बहार निकल एक सुरक्षित जहा ले जाकर स्थापना कर उनकी वही पूजा अर्चना कर आपने सवालो का जवाब लेते दिखाया हैं।
इस संगीत को लिखकर नीव वर्ष 2011 में अजय अलवर (अम्मु) ने की थी। यह वह वक़्त था जब देवेंद्र सैनी (देबू) अपनी नीव मजबूत करने दिल्ली आ गया था और आपने दोस्त अम्मु से वादा कर की एक दिन सावन में ही इस संगीत को हम हमारी माटी राजस्थान को समर्पित करेंगे और यही वह शब्द थे जो देवेन्द्र को अलवर दिल्ली पंजाब फिर मुंबई लेकर गयी और आखिरकार जब इंडस्ट्री के जानेमाने लोगो के साथ काम करने का मौका मिलता गया तब उन्ही लोगो से अलवर की मिट्टी इन दोनों को उन्ही लोगो द्वरा प्रेरणा और प्रोत्साहन मिला। इस लिस्ट में काफी लोग हैं जैसे, गुरदास मान – भारतीय गायक, गीतकार, मास्टर सलीम – (भारतीय गायक), प्रिंस नरूला – बिग बॉस और भारतीय मॉडल, लखविंदर वडाली – (संगीतकार) और कमाल खान – प्रसिद्ध पार्श्व गायक, गुरजीत सिंह – पंजाबी एंकर और अभिनेता, सचिन आहूजा – संगीतकार, वैभव घुगे (नृत्य) + 3) झलक दिखला जा, नच बलिए 9 – कोरियोग्राफर) और भी कई गायकों और निर्देशक हैं, जिन्होंने देवेंद्र सैनी उर्फ़ – देबू को करीब से जाना और मुंबई की राह दिखाई फिर वहां रेमो डिसूजा और धर्मेश येल्डे जैसे बड़े दिग्गजों के साथ कम कर और अपने संगीत, अदाकारा एक्टिंग और डायरेक्शन के हुनर से इन दोनों का भी दिल जीता और अपने सभी हुनर खास कर संगीत बनने के लिए प्रेरणा और प्रोत्साहन मिला और आखिर यह वह समय आ गया था जो देबू ने अजय अलवर (अम्मु) को वादा किया था उसे पूरा करने का।
*इस उपलक्ष्य पर गायक – देवेंद्र सैनी (देबू) ने कहा,* मैं एक स्वतंत्र कलाकार के रूप में विकसित होना चाहता हूं और एक स्वतंत्र कलाकार के रूप में मरना चाहता हूं। मुझे अपने आपको और अन्दर से पहचानने में काफी लोगो को हाथ रहा हैं जिन्होंने मुझे सिखाया और प्रेरणादी, मेरे करियर के शुरुवात भले ही काफी संघर्षमय रहे पर ऐसे संघर्ष के बाद जब आपको इंडस्ट्री के बड़े दिग्गजों दरवार सराहा और प्रेरणा मिले इससे बढकर और क्या हो सकता हैं। लेकिन हां एक यह बात भी हैं की मुझे अपने ईश्वर रेमो डिसूजा द्वारा शक्ति और प्रेरणा मिली क्योंकि मैं अपने कौशल और प्रतिभा का पता लगाने में सक्षम रहा। यह एक ऐसा समय था जब मुझे डांस + 3 के लिए काम करने का अवसर मिला, यही वह समय था जब मुझे अपने शंकर म्यूजिक एल्बम वीडियो के लिए आत्मविश्वास मिला। राजस्थान की जन्मभूमि और आपनी कर्म भूमि दिल्ली व मुंबई को नमन किया और कहा की में आपनी सारी उपलब्धि राजस्थान, दिल्ली और मुंबई को समर्पित करता हूँ साथ ही कहा की, मुझे गर्व हैं की में उस धरती पर जन्मा जो आपने मान सामान लोकगीत और शोर्य के लिए लिए विश्व जगत मे प्रशिद हैं साथ ही दिल्ली और मुंबई जैसी कर्मभूमि पाकर में धन्य हूँ, इसने मुझे वो सब दिया जिसको सिर्फ सोच कर अलवर से बैग थाम दिल्ली आया था। आज जब में इस गाने को सुनता हूँ तो मुझे मेरे किये हुए वादे को पूरा करने के वजहसे मुझे अब बेहतर महसूस होता हैं 2011 में जब में अपने दोस्त अम्मु और अलवर की माटीकोएक वादा कर घर से निकला था तबसे मुझे हर वक़्त यह बेचेनी से लगती थी की आखिर कब में अपना वडा पूरा कर पाउँगा पर आज जब यह पूरा हुआ तब बेहतर महसूस करता हूँ और यह फिर से बोलता हूँ की ख़ुशी हैं की जितने भी संघर्ष करने को मिले आगे करूँगा पर अलवर राजस्थान का नाम रोशन करूँगा ।
*लिरिक्स – अजय अलवर (अम्मु) ने कहा,* मुझे बेहद ही खुशी के अनुभव हो रहा है आज मेरे बचपन के दोस्त देबू ने जो 2011 में वादा किया था वादा पूरा किया और साथ हीइस बात की ख़ुशी है की मैं इस राजस्थान कि पवन मिट्टी को देश भर में पहुंचा पाया आपने दोस्त के वजहसे। यह संगीत सृष्टि के पालनहार श्री भोले शंकर बाबा के इस पवित्र सावन में उस भोले नाथ शंकर बाबा को समर्पित करते हुए देश को प्रस्तुत करता हूँ।
देवेंद्र ने अपनी यात्रा 2011 में राजस्थान के अलवर से शुरू की थी। बचपन से ही वह रचनात्मक निर्देशन और गायन के बारे में भावुक और उत्सुक था, जो उसे दिल्ली ले जाता है, जहां वह एक प्रारंभिक पंजाबी संगीत चैनल-पीटीसी के एक प्रोडक्शन हाउस में अपना पहला अवसर मिलने पर समाप्त हो गया था।
अधिक जानने के लिए, देवेंद्र के ‘शंकर’ का सोंग देखें-
गाने के बारे में विवरण:
गीत – शंकर
गायक – देवेंद्र सैनी (देबू)
लिरिक्स – अजय अलवर (अम्मु)
संगीत – सौम्यजीत रॉय
लेबल – टी सीरीज़
फिल्म बाय – देवेंद्र सैनी (देबू)
ट्रैक प्रकार – भक्ति ट्रान्स
Industry Legends Praised – Here are the Links
Master Saleem (Devotional Singer & Playback Singer)
Harman Sohal (Winner of PTC Mr Punjab)
Tejwant Kittu (Indian Composer, Musician, Record Producer & Artist)
Gurjit Singh (Punjabi – Actor and Anchor)
Vaibhav Ghuge (Dance+ 3, Jhalak Dikhla Ja, Nach Baliye 9 – Choreographer)
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