अपनी काम की बदौलत कांग्रेस पार्टी में पैठ बनाती चली गईं. सोनिया गांधी के सामने भी शीला दीक्षित की एक अच्छी छवि बनी और यही वजह है कि राजीव गांधी के बाद सोनिया गांधी ने उन्हें खासा महत्व दिया. साल 1998 में शीला दीक्षित दिल्ली प्रदेश कांग्रेस की अध्यक्ष बनाई गईं. 1998 में ही लोकसभा चुनाव में शीला दीक्षित कांग्रेस के टिकट पर पूर्वी दिल्ली से चुनाव लड़ीं, मगर जीत नहीं पाईं. उसके बाद उन्होंने लोकसभा चुनाव लड़ना छोड़ दिया और दिल्ली की गद्दी की ओर देखना शुरू कर दिया. दिल्ली विधानसभा चुनाव में उन्होंने न सिर्फ जीत दर्ज की, बल्कि तीन-तीन बार मुख्यमंत्री भी रहीं.
Recent Posts
- 2024 का चुनाव सनातन के सिपाहियों का चुनाव है: Bansuri Swaraj | BJP कार्यकर्ता सम्मेलन
- दिल्ली: बीजेपी के गढ़ में विजय संकल्प सभा को संबोधित करेंगे पीएम मोदी | ग्राउंड रिपोर्ट
- भाजपा मुख्यालय आ रहा हूं। : दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल
- गृहमंत्री श्री अमित शाह सोमवार को संगम विहार में विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे
- “सीएम आवास गुंडों की शरण स्थली बन चुका है”, बिभव की गिरफ्तारी पर क्या बोले दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा
- बीभव कुमार को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया। स्वाति मालीवाल मारपीट मामला
- LS Polls 2024: 5,472 Elderly and Disabled Voters in Delhi Opt for Home Voting in This Election
- स्वाति मालीवाल प्रकरण पर क्या बोली देश की दिग्गज महिला नेत्री , पूरी रिपोर्ट
- स्वाति मालीवाल केस और सनातन विरोधियों पर बांसुरी स्वराज का जोरदार प्रहार
- Breaking: अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी को चुनौती देने वाली याचिका पर सुनवाई पूरी, SC ने फैसला रखा सुरक्षित
Most Viewed News Posts (In last 48 hours)
- बीभव कुमार को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया। स्वाति मालीवाल मारपीट मामला
- 2024 का चुनाव सनातन के सिपाहियों का चुनाव है: Bansuri Swaraj | BJP कार्यकर्ता सम्मेलन
- ये हैं भारत के टॉप- 5 शिक्षक, UPSC से लेकर IIT और NEET तक है इनका जलवा
- दिल्ली: बीजेपी के गढ़ में विजय संकल्प सभा को संबोधित करेंगे पीएम मोदी | ग्राउंड रिपोर्ट
- बांसुरी स्वराज अपनी मां और प्रखर राष्ट्रवादी नेत्री सुषमा स्वराज की प्रतिरूप हैं: डॉ नरेश शर्मा, समाजसेवी