सोलन, जेएनएन। हिमाचल प्रदेश के सोलन के कुमारहट्टी में रविवार की दोपहर एक तीन मंजिला होटल जमींदोज हो गया। इस भवन में करीब 42 लोग थे। यहां भोजन करने के लिए रुके सेना के 30 जवान भी दब गए। हादसे में सेना के जवानों सहित 15 लोगों की मौत की आशंका जताई जा रही है, तीन शव निकाले गए हैं। एक जवान राज किशोर का शव भी मलबे से निकाला गया है। सेना के तीस में से 17 जवानों को घायल अवस्था में निकाला जा चुका है, जिनमें दो की हालत गंभीर है। 12 जवान मलबे में दबे हुए हैं, जिनका अभी तक कोई सुराग नहीं लग पाया है। आठ लोगों को भी रेस्क्यू किया गया है। भवन मालिक साहिल कुमार का परिवार भी यहीं रहता था, गनीमत रही कि हादसे के वक्त बच्चे बाहर खेल रहे थे। लेकिन साहिल कुमार की पत्नी अंदर दब गई थी, जिसे गंभीर हालत में बाहर निकाला गया।
जिला सोलन के कुमारहट्टी में जमींदोज हुए भवन के मलबे में दबे लोगों को रेस्क्यू करने के लिए घटनास्थल पर पहुंची एनडीआरएफ की टीम।
पंचकूला से एनडीआरएफ की टीम घटनास्थल पर पहुंच गई है व रेस्क्यू कार्य तेज कर दिया है। वहीं, सुन्नी से हेलीकॉप्टर के जरिये उपकरणों के साथ एनडीआरएफ के कुछ जवान सोलन पहुंचे हैं। सोलन के एसडीएम रोहित राठौर सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौके पर हैं। उनकी मौजूदगी में बचाव कार्य जारी है। इमारत के गिरने के कारण का अब तक खुलासा नहीं हो पाया है।
बताया जा रहा है कि होटल में सेना के जवान भोजन करने के लिए रुके हुए थे। इस दौरान अचानक भवन गिर गया। सेना के जवानों सहित होटल के कर्मी व कुछ और लोगों के भी अंदर फंसे होने की आशंका है। बताया जा रहा है तीन मंजिला भवन की धरातल पर ढाबा था व ऊपरी मंजिलों में होम स्टे चल रहा था। यह भवन सड़क के साथ बिल्कुल सटा हुआ था व दूसरी तरफ ढलान थी। स्टेशन कमांडर कसौली छावनी का कहना है ये जवान डगशाई छावनी के हैं।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने ट्वीट कर हादसे पर दुख जताया है। उन्होंने लिखा है राहत कार्य में एनडीआरएफ की टीम सहित स्थानीय प्रशासन राहत कार्य में जुटा हुआ है। लोगों को सुरक्षित बचाने के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं।