पुलिस का कहना है कि बीती शाम जब घटना हुई थी तो परिवार वालों ने ट्रक से कुचलने की सूचना दी थी. बाद में परिवार वालों ने इस घटना को छेड़खानी की घटना का ही हिस्सा बताते हुए कहा कि परिवार के चार सदस्यों पर पीछे से कार चढ़ा दी गई.
पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर के चांदपुर गांव में छेड़खानी का विरोध करना एक परिवार को महंगा पड़ गया. गांव के ही दबंग आरोपियों ने विरोध करने पर परिवार पर गाड़ी चढ़ा दी. गाड़ी से कुचल कर परिवार की दो महिलाओं की मौक़े पर ही मौत हो गई, जबकि 2 लोग गंभीर रूप से घायल हैं. इस वारदात के बाद उग्र परिजन और गांववालों ने जमकर हंगामा किया. परिजनों ने शव को सड़क पर रखकर जाम कर दिया. हालांकि, पुलिस और अस्पताल प्रशासन इसे दुर्घटना बता रहा है. पुलिस का कहना है कि बीती शाम जब घटना हुई थी तो परिवार वालों ने ट्रक से कुचलने की सूचना दी थी. बाद में परिवार वालों ने इस घटना को छेड़खानी की घटना का ही हिस्सा बताते हुए कहा कि परिवार के चार सदस्यों पर पीछे से कार चढ़ा दी गई.
पुलिस ने शुरुआत में सड़क दुर्घटना का मामला दर्ज किया था, लेकिन अब कह रही है कि वह 30 साल के ऊपरी जाति के युवक द्वारा दलित परिवार पर गाड़ी चढ़ाने के आरोप की जांच कर रहे हैं. पुलिस के पास एक सीसीटीवी फुटेज भी है, जिसमें एक कार तेज रफ्तार में सड़क पर जाती हुई दिख रही है और उसके पीछे लोग भाग रहे हैं. स्थानीयों द्वारा रिकॉर्ड किए गए वीडियो में एक लड़की पूरे मामले की जानकारी देती हुई दिख रही है. लड़की बता रही हैं कि पड़ोसी गांव का एक युवक कैसे उसके बदसलूकी कर रहा था और उसने कुछ देर पहले धमकी दी थी.