दिल्ली के महरौली हत्याकांड में आरोपी शिक्षक उपेन्द्र ने पुलिस को बताया कि जब वह हत्या की वारदात को अंजाम दे रहा था। उसी दौरान उसका छोटा बेटा उठ गया और रोने लगा। लेकिन उसकी हत्या करनी थी, इसलिए उसने उस गला काट डाला। आरोपी ने पुलिस को बताया कि सबकों मारने के बाद अब सिर्फ मैं बचा हूं जल्द ही मैं भी मर जाऊंगा। उसने कहा कि पिछले एक माह में उसके परिवार के साथ हुई घटनाओं से वह व्यवस्थित हो गया था। इसलिए उसे अपने पूरे परिवार को खत्म करने की साजिश रची। पुलिस ने उपेन्द्र को जेल भेज दिया है। जेल में उसे विशेष सुरक्षा में रखा गया है।
पत्नी ने पहचान करने से कर दिया था मना
आरोपी ने बताया कि उसकी पत्नी अर्चना की डिलीवरी के दौरान ज्यादा हालत खराब हो गई थी। ब्लीडिंग ज्यादा होने के और शुगर बढ़ने के चलते अचानक उसकी मानसिक स्थिती खराब हो गई थी। उसने अपने बच्चों और उपेन्द्र को पहचान ने से मना कर दिया था। अर्चना ने बच्चे को दूध पिलाने से भी मना कर दिया था। ऐसे में उपेन्द्र खुद बच्चे की देखरेख कर रहा था।
आरोपी ने पूछताछ में बताया है कि पत्नी से बीमारी से परेशान उपेन्द्र की भी तबियत खराब हो गई थी। उसका ब्लेड़ प्रेशर हाई हो गया था। डॉक्टरों ने उपचार के दौरान उसे धूप में निकलने से मना कर दिया था। उपेन्द्र ने बताया अगर वह घर से बाहर नहीं जाता तो परिवार को पालने के लिए पैसा कहां से लाता। इस बात को लेकर भी वह परेशान था।
जेएनयू से की थी उपेन्द्र ने पढ़ाई
आरोपी ने बताया है कि वह बिहार से 2006 में दिल्ली आ गया था। यहां आने के बाद उसने 2007 में जेएनयू के रसियन सेंटर में दाखिला लिया था। यहां से पढ़ाई पूरी होने के बाद उसकी शादी 2009 में अर्चना से हुई। शादी के बाद वह दिल्ली ही शिफ्ट हो गया था और उसने खुद की कमाई की महरौली में अपना घर खरीदा था।