राफेल डील में घोटाले का आरोप लगाकर कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल कैग में पहुंचा । आपको बता दे कि इस प्रतिनिधिमंडल में रणदीप सुरजेवाला, आनंद शर्मा, अशोक गहलोत, मोतीलाल वोहरा, जयराम रमेश, अहमद पटेल, राजीव शुक्ला, मुकुल वासनिक शामिल थे.
खासबात यह है की कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी समेत पार्टी के तमाम प्रवक्ता इन दिनों केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा पर राफेल डील में अनियमितताओं के आरोपों को लेकर हमलावर हैं । कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने फिर से इस मामले में जांच की मांग की और दिल्ली के कैग दफ्तर पहुंचा।
दरअसल मंगलवार को देश के पूर्व रक्षा मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एके एंटनी ने भी राफेल मुद्दे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सरकार को घेरा । एंटनी ने सवाल उठाया कि 136 राफेल खरीदने का प्रस्ताव था, तो इसे घटाकर 36 क्यों किया गया?
एंटनी ने कहा, हमारी सरकार के अंतिम दिनों में राफेल करार लगभग पूरा हो चुका था । 2015 में जब एनडीए की सरकार आई, तो 10 अप्रैल 2015 को 36 राफेल विमान खरीदने का एकतरफा फैसला लिया गया. जब एयरफोर्स ने 126 विमान मांगे थे, तो प्रधानमंत्री ने इसे घटाकर 36 क्यों किया, इसका जवाब देना चाहिए ।