आजादी के 72वीं सालगिरह पर PM मोदी ने देश को सं बोधित किया।

नई दिल्ली: आजादी की 72वीं सालगिरह पर पीएम मोदी ने लाल किले से देश को संबोधित किया. 2019 से पहले पीएम मोदी का ये आखिरी भाषण है. पीएम मोदी ने अपने भाषण के दौरान अपने 4 साल के कार्यकाल की तमाम उपलब्धियां गिनाई. बिजली-पानी से लेकर जीएसटी तक पीएम मोदी अपनी सरकार की तारीफ करते हुए पिछली सरकारों पर जमकर बरसे. पीएम मोदी ने लाल से किले के प्राचीर से पिछली सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि 2013 में देश जिस रफ्तार से चल रहा था अगर उसे आधार मान कर सोचें तो पिछले 4 साल में जो काम हुए हैं, उसका लेखा जोखा लें तो आपको ताज्जुब होगा. पीएम शौचालय बनाने में 2013 की रफ्तार से चलते तो न जाने कितने दशक बीत जाते. गांव में बिजली पहुंचाने के लिए एक दो दशक और लग जाते. 2013 की रफ्तार से एलपीजी कनेक्शन देते तो गरीब मां को धुआं मुक्त बनाने वाला चूल्हा देने में 100 साल भी कम पड़ जाते. उस रफ्तार से ऑप्टिकल फाइबर लगाने का काम करते तो पीढ़ियां निकल जातीं। 4 साल में देश बदलाव महसूस कर रहा है, देश में शौचालय बनाने की रफ्तार तेजी से बढ़ी है. स्कूलों में शौचालय बन रहे हैं.गांव-गांव तक बिजली पहुंच रही है, पिछली सरकारें जिस रफ्तार में काम कर रही थी, अगर उसी रफ्तार से काम चलता रहता 100 साल लग जाते.दोगुने हाइवे बन रहे हैं. गांव में चार गुना घर बना रहा है. अनाज का रिकॉर्ड उत्पादन कर रहा है. मोबाइल का रिकॉर्ड उत्पादन कर रहा है. ट्रैक्टर की बिक्री रिकॉर्ड स्तर पर है. हवाई जहाज खरीदने का काम रिकॉर्ड पर है. छोटे-छोटे शहरों में स्टार्टअप की बाढ़ है, लोग नए उमंग और उत्साह के साथ अपना स्टार्टअप शुरु कर रहे हैं.MSP को देखिए, किसानों से लेकर राजनीतिक दल मांग कर रहे थे. फाइलें घूम रही थीं. लेकिन हमने फैसला लिया हिम्मत के साथ. डेढ़ गुना दिया.जीएसटी पर पिछली सरकारें फैसला नहीं ले पा रही थीं, लेकिन हमने जीएसटी लागू किया. आज देश के व्यापारियों की मदद से जीएसटी देश में लागू हुआ है.बैंकिंग सेक्टर को ताकतवर बनाने के लिए इनसॉल्वेंसी, बैंकरप्सी कानून बनाने से किसने रोका था. इसके लिए ताकत और भरोसा लगता है, जनता के प्रति समर्पण लगता है.देश के जवान वन रैंक वन पेंशन की सालों से मांग कर रहे थे, लेकिन उनकी मांगे किसी ने पूरी नहीं की, हमने उनकी मांग पूरी की.बाबा साहब ने जो संविधान बनाया है, वह सभी को न्‍याय देता है, हमने सभी के लिए सामाजिक न्‍याय सुनिश्चित किया है. संसद के इस सत्र में ओबीसी आयोग को बनाने वाला वाला बिल पास हुआ. ओबीसी आयोग को हमने संवैधानिक दर्जा देकर उन्हें बराबरी का हक दिया है.13 करोड़ मुद्रा लोन बड़ी बात है उसमें भी 4 करोड़ ऐसे हैं जो पहली बार जिंदगी में लोन लेकर स्वरोजगार की ओर बढ़ें हैं. ये अपने आप में बदले हुए हिन्दुस्तान की गवाही देता हैदुनिया अब भारत में ‘रेड टेप’ की नहीं बल्कि ‘रेड कार्पेट’ की बात कहती है. दुनिया के लिए भारत अब मल्टी ट्रिलियन डॉलर के इनवेस्टमेंट का डेस्टिनेशन बन गया है. ईज ऑफ बिजनेस में हम 100 तक पहुंच गए हैं.