खेमचंद शर्मा।
अब कांग्रेस में सब अपने नाम के आगे "मुस्लिम", "मुसलमान" या "मुग़ल" लिखेंगें।
राहुल गाँधी ने एक झटके में कांग्रेस के सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं का धर्म परिवर्तन करके उन्हें मुस्लिम बना दिया -अब बेहतर है कांग्रेस के लोग अपने नाम के आगे लिखना शुरू कर दें — "मुस्लिम", "मुसलमान" या "मुग़ल" –जैसे रणदीप सुरजेवाला "मुग़ल", प्रियंका चतुर्वेदी "मुस्लिम"
और संजय निरुपम "मुसलमान"।
मुस्लिम बुद्दिजीवियों के सामने कांग्रेस को मुस्लिमों की पार्टी कहने के 4 दिन बाद कांग्रेसी अब नींद से जगे हैं और कह रहे हैं कि अख़बार की खबर झूठी है –और अख़बार कह रहा है, हम अपनी खबर पर कायम हैं।
अख़बार "इंकलाब" के संपादक ने कहा है कि जब राहुल गाँधी ने कांग्रेस को मुस्लिमों की पार्टी कहा तो वो वहीँ मौजूद थे।
उधर,उनका एक नेता पूछ रहा है शकील अहमद मोदी को उर्दू पढ़ना कब से आ गया जो उर्दू अख़बार का उदाहरण देकर बोल रहे हैं ।
शकील अहमद बोलने से पहले यार अपने घर में झाँक लिया करो,मोदी का उर्दू ज्ञान तो ऐसे पूछ रहे हो जैसे तुम्हारी पूर्व प्रेजिडेंट सोनिया गाँधी जी ने तो हिंदी में डॉक्टरेट कर रखी है।
राहुल गाँधी ने वैसे कोई नई बात नहीं बोली, उसकी जुबान पर वो सच आया जो कांग्रेस अपनी हरकतों से शुरू से साबित करती रही है आज खिसिया कर कांग्रेसी कह रहे हैं कि अख़बार की खबर गलत है,जैसे कहना चाहते हैं राहुल ने ऐसी कोई बात नहीं कही -फिर कोई बुद्धिजीवी जो मीटिंग में मौजूद था वो क्यों नहीं बोल रहा है, आज अगर मान भी लिया जाये कि राहुल गाँधी ने ऐसा नहीं कहा – तो उससे क्या फ़र्क़ पड़ जायेगा – कांग्रेस की सारी हरकतें तो साबित करती हैं कि वो मुसलमानों की ही पार्टी है -केवल यदा कदा चुनाव के समय मंदिर जाने से अपने को हिन्दू साबित नहीं कर सकते कांग्रेस के नेता मुसलमानों की केवल एक ऐसी बात बता दें जिसका कांग्रेस ने कभी भी विरोध किया हो जैसे
–उन्हें व्न्दे मातरम नहीं गाने देना
–जन गण मन नहीं गाने देना
–योग नहीं करने देन
–भगवान् राम का अस्तित्व ही नकार दिया
–राम सेतु तोड़ने के लिए तैयार हो गए