पूर्वी दिल्ली की सड़कों पर नो पार्किंग जोन में अपनी कार खड़ी करने वालों की जेबों पर भार पड़ने वाला है । आपको बता दे की
ईस्ट एमसीडी के लाइसेंसिंग और इनफोर्समेंट सेल ने एक प्रस्ताव बनाया है |
नए प्रस्ताव के मुताबिक नो पार्किंग की जगह से वाहन उठाए जाने पर 28 हजार रुपए का जुर्माना लगाया जाएगा। इसमें से 15 हजार रुपए का कंपोजिशन चार्ज, 5 हजार रुपए का टोइंग चार्ज और वाहन को रखने के लिए हर दिन 8 हजार रुपए का स्टोरेज चार्ज देना होगा। इतना ही नहीं अतिक्रमण करने वाले दुकानदारों और रेहड़ी वालों से वसूले जाने वाले जुर्माने में भी बढ़ोतरी का प्रस्ताव लाया गया है।
एमसीडी के अधिकारियों का इस प्रस्ताव को लेकर कहना है कि अतिक्रमण विरोधी मुहिम का जुर्माना बेहद कम होने के चलते ही अतिक्रमण करने वालों के मन में किसी भी तरह का डर नहीं है, ऐसे में जुर्माने की राशि में बढ़ोत्तरी की जानी चाहिए। अगर बात करें हॉकर्स, गाड़ियों के वर्कशॉप, गैर लाइसेंसी रेहड़ी, जूस की रेहड़ी, पानी की ट्रॉली, हेवी मशीन वालों पर लगने वाली कंपोजिशन फीस की तो इसमें भी बढ़ोत्तरी की गई है। साथ ही इन सभी सख्त कदम के बाद भी अगर एक कैलंडर वर्ष में दूसरी बार सामान उठाया जाता है तो उस पर 50 फीसदी ज्यादा जुर्माना लगेगा। वहीं, दो से ज्यादा बार अगर सामान उठाया जाता है तो दोगुना जुर्माना वसूला जाएगा।
वहीं, फिलहाल पूर्वी दिल्ली के मेयर बिपिन बिहारी सिंह ने इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया है। खारिज करने की वजह बताते हुए उन्होंने कहा कि जहां भी आर्थिक मामले होते है उन पर फैसले से पहले स्टैंडिंग और फिर सदन में चर्चा के लिए रखा जाता है। इस मामले में ऐसा कुछ भी नहीं किया गया है। इसके साथ ही मेयर ने अपनी बात रखते हुए कहा कि इस फैसले को फिलहाल लागू करने की कोई जरूरत नहीं है।