नई दिल्ली। देश के जाने माने विश्वविद्यालयो में से एक दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) की शिक्षा व्यवस्था एक बार फिर शर्मसार हुई है। छात्रो ने विश्वविद्यालय के ही एक शिक्षक पर छेड़खानी और अभ्रद्र व्यवहार का आरोप लगाया है।
जानकारी के अनुसार एक शिक्षिका ने विभाग में छह अन्य प्राध्यापकों की मौजूदगी में प्रो.रमेश चंद्रा के ऊपर अभद्रता से बातचीत करने व असहज करने वाले सवाल पूछने का आरोप लगाया है। इसके अलावा केमेस्ट्री डिपार्टमेंट के विभागाध्यक्ष प्रो.रमेश चंद्रा के ऊपर तीन अलग-अलग लोगों ने यौन प्रताड़ना, धमकाने और हाथापाई करने का भी आरोप लगाया है।
विश्वविद्यालय के छात्रो ने बताया कि प्रो.रमेश चंद्रा के खिलाफ जुलाई 2017 में एक छात्रा ने अश्लील व्यवहार करने का आरोप लगाया था और उसने दिसंबर में डीयू के छात्रसंघ उपाध्यक्ष कुणाल सहरावत से इसकी शिकायत भी की गई थी। प्रशासन से निकटता के कारण चंद्रा का मनोबल बढ़ गया है । शिकायत करने के बाद भी डीयू प्रशासन ने उनके खिलाफ कोई ठोस कार्यवाही नहीं कर रहा है।
नाम ना छापने की शर्त पर एक छात्र ने बताया कि प्रो.रमेश चंद्रा हमेशा लड़कियों से दोहरी भाषा में बात करते है इसके अलावा वे उन्हें देख कर भी तरह-तरह के कमेंट भी करते है। छात्रों ने विभागाध्यक्ष को पद से मुक्त करने की मांग की है।
इस सन्दर्भ में छात्रों ने डीयू प्रशासन के मेल कर यह लिखा है कि यूजीसी और डीयू के नियम के अनुसार भी यौन प्रताड़ना के दो मामले होने के बाद जांच के दौरान विभागाध्यक्ष पद पर नहीं रह सकते हैं। विश्वविद्यालय के छात्र होने के कारण भी हम आपसे यह अपील करते हैं कि आप इस मामले में संज्ञान लें।
गौरतलब है कि फेसबुक पर वर्तमान विभागाध्यक्ष प्रो. रमेश चंद्रा द्वारा पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो.गुरमीत सिंह के समक्ष अभद्र तरीके से पेश आने और जूता निकालकर तानने का वीडियो शिक्षक व छात्रों के बीच वायरल हो रहा है।