नयी दिल्ली| उच्चतम न्यायालय सोहराबुद्दीन शेख मुठभेड़ मामले की सुनवाई कर रहे विशेष सीबीआई न्यायाधीश बी एच लोया की मौत की स्वतंत्र जांच कराने की मांग वाली एक याचिका पर कल सुनवाई करेगा. प्रधान न्यायाधीश दीपक मिश्रा, न्यायमूर्ति ए एम खानविलकर और न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ की पीठ ने एक दिसंबर 2014 को लोया की मौत की जांच पर तत्काल सुनवाई की मांग वाली याचिका पर विचार किया.
महाराष्ट्र के पत्रकार बी आर लोन ने यह याचिका दायर की है. उन्होंने कहा कि संवेदनशील सोहराबुद्दीन मुठभेड़ मामले की सुनवाई कर रहे लोया की रहस्यमयी मौत की निष्पक्ष जांच कराने की जरुरत है. इस मामले में विभिन्न पुलिस अधिकारियों और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह का नाम भी सामने आया था.
लोया की एक दिसंबर 2014 को नागपुर में दिल का दौरा पड़ने से उस समय मौत हो गई थी जब वह अपनी एक सहकर्मी की बेटी की शादी में शामिल होने के लिए जा रहे थे. यह मामला तब सामने आया जब उनकी बहन के हवाले से मीडिया की खबरों में उनकी मौत और सोहराबुद्दीन से उसके जुड़े होने की परिस्थितियों पर संदेह जताया गया.
गुजरात में सोहराबुद्दीन शेख, उनकी पत्नी कौसर बी और उनके सहयोगी तुलसीदास प्रजापति के नवंबर 2005 में हुयी कथित फर्जी मुठभेड़ मामले में पुलिसकर्मी समेत कुल 23 आरोपी मुकदमे का सामना कर रहे हैं. बाद में यह मामला सीबीआई को सौंपा गया और मुकदमे को मुंबई स्थानांतरित किया गया.
बॉम्बे लॉयर्स असोसिएशन ने आठ जनवरी को बंबई उच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका दायर कर न्यायाधीशों की मौत की जांच कराने की मांग की गई.