राष्ट्रीय अध्यक्ष यशपाल मलिक ने अपनेभाषण में तल्खी लाते हुए कहा कि कल 2 मार्च को सभी धरन ों से लोग जंतर-मंतर पर पहुंचेंगे।

हिसार में कोर्ट की पेशी भुगतने के बाद धरने को संबोधित करते हुए समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष यशपाल मलिक ने अपनेभाषण में तल्खी लाते हुए कहा कि कल 2 मार्च को सभी धरनों से लोग जंतर-मंतर पर पहुंचेंगे। वहीं खुले में दिल्ली पर धावा बोलने व संसद का घेराव करने की रणनीति तैयार कर तारीख निश्चित कर दी जाएगी। उस दिन दिल्ली में चारों तरफ से 50 लाख आदमी पहुंचेंगे और संसद का घेराव करेंगे और तब तक वापिस नहीं लौटेेंगे जब तक उनकी मांगें नहीं मान ली जाए। मलिक ने कहा कि सरकार उनके साथ दोगला व्यवहार कर रही है। मलिक ने कहा कि होली के बैद सरकार से अार-पार की जंग का बिगुल बजाया जाएगा। उन्होंने बोला कि कोई भी जाट बिजली, पानी के बिल न भरे और उन दुकानदारों की दुकान से सामान न खरीदे जो जाटों की मांग का समर्थन न करता हो।

जाटों के प्रतिष्ठानों को फुकने वाले व उनके युवाओं को मारने वाले बीजेपी कार्यकर्ताओं को बचाने के लिये सभी धाराएं निरस्त कर दी गई है और उन्हें जेल से रिहा कर दिया गया है लेकिन निर्दोष जाट युवाओं को जेल की सलाखों के पीछे धकेला गया है। उन्होंने कहा कि सीआरपीसी की धारा 321 के तहत सभी जेलों में बंद जाट युवाओं को छोड़़ा जा सकता है लेकिन सरकार की नीयत में खोट है इसलिए वे बिना पावर के अधिकारियों को उनके साथ बातचीत के लिये भेजती है। उन्होंने मुख्यमंत्री के बयान पर कि वे संविधान के दायरे में रहकर जाटों के साथ बातचीत करने की बात पर कहा कि मुख्यमंत्री पांच कैबिनेट के मंत्रियों के साथ अपनी मंशा साफ करके आये और दायरे में रह वह भी उनसे बात कर सकते हैं। लेकिन दोहरे मापदंड लेकर बात करना उन्हें गवारा नहीं है। जाट बहादुर कौम है। वह लोकतांत्रिक ढंग से और धरने-प्रदर्शनों के माध्यम से वो सब कुछ करना जानती है जो सरकार सोच भी नहीं सकती। उन्होंने कहा कि कैप्टन अभिमन्यु एक अहंकारी व्यक्ति है जो सरकार की रोटियां खाकर कौम के साथ गद्दारी कर रहा है।

उन्होंने कहा कि कैप्टन एक तरफ तो लोगों को अपने पिता मित्रसेन के पदचिन्हों पर चलने के लिये बोलते है दूसरी तरफ स्वयं उनके पदचिन्हों पर न चलकर अहंकार में मगरूर होकर कौम के साथ गद्दारी कर रहा है। आने वाले समय में समाज कभी भी इन तीनों नेताओं को माफ नहीं करेगा और इन्हें अपने-अपने हल्के में घुसना भी नसीब नहीं होगा। उन्होंने कहा कि सरकार राजकुमार सैनी व उसकी बिग्रेड को बचाने के लिये अलग कानून बनाती है और हमारे समाज के लोगों के लिये अलग कानून बना रही है। सरकार अपनी दोहरी मानसिकता छोड़ वरना बौखलाया जाट वो कर दिखाएगा जो इतिहास में किसी ने नहीं किया होगा।

उन्होंने कहा कि एक मार्च के बाद पूरे प्रदेश में 10 धरने और बढ़ा दिये जाएंगे। हिसार जिले में 4 मार्च को एक धरना और लगा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि कल केवल पुरुष ही दिल्ली जाएंगे और अपने-अपने साधनों से जाएंगे और उसके बाद दिल्ली के घेराव की तारीख पर माताएं, बहनें व पूरे हरियाणा, यूपी, राजस्थान, दिल्ली, पंजाब व अन्य प्रदेशों के जाट ट्रैक्टर-ट्रालियों से दिल्ली का घेराव करेंगे। सडक़ पर केवल ट्रैक्टर-ट्राली ही नजर आएगी। मलिक ने कहा कि दिल्ली के घेराव के दौरान उनकी मंशा रोड जाम करने की नहीं होगी लेकिन पूरा जाट समाज सडक़ों पर उतर आएगा तो रोड जाम अपने-आप होने लगेगा। उन्होंने केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेद्र सिंह और उनकी धर्मपत्नी को जाटों का सच्चा हितैषी बताया