राजधानी दिल्ली में वाहन चोरों का आंतक बढ़ता ही जा रहा है | आपको बता दे की दिल्ली में हर घंटे 10 वाहनों की चोरी होती है। बाजार, मॉल, पर्यटन स्थल अथवा अपनी कॉलोनी में अगर आप वाहन खड़ा करते हैं तो उसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी खुद करनी होगी। क्योंकि जिस तरह से वाहन चोरी के मामलों में इजाफा हुआ है, उससे साफ है कि दिल्ली पुलिस इन्हें लेकर गंभीर नहीं है। यही वजह है कि पिछले साल के मुकाबले दिल्ली में वाहन आंकड़ा दोगुना से अधिक बढ़ा है।
वहीं वाहन चोर गिरोह की नजर दिल्ली के विभिन्न पॉश इलाकों पर रहती है। साउथ दिल्ली, उत्तरी दिल्ली व नई दिल्ली जैसे पॉश इलाकों में सक्रिय वाहन चोर पलक झपकते ही मर्सिडीज, ऑडी, बीएमडब्ल्यू, होंडा सिटी, स्कॉर्पियो, स्विफ्ट, इनोवा जैसी गाडिय़ां होती हैं। इसकी बड़ी वजह यह है कि एक तो लग्जरी गाडिय़ों के बदले चोरों को मोटी रकम मिलती है और दूसरा इन गाडिय़ों को कबाड़ी के पास बेच दिया जाता है, क्योंकि लग्जरी गाडिय़ों के पार्ट्स महंगे होने के कारण इसकी अच्छी कीमत मिल जाती है।
आपको बता दे की इस साल 2017 में 8 दिसम्बर तक कुल 37178 वाहनों की चोरी हो चुकी है। बीते पांच साल में वाहन चोरी का आंकड़ा दोगुना से अधिक बढ़ा है। यहां सक्रिय कई वाहन चोर गिरोहों का नेटवर्क दिल्ली से लेकर वेस्ट यूपी, हरियाणा और राजस्थान से जुड़ा है।