पेट्रोल और डीजल के बढ़े दामों के खिलाफ कां ग्रेस शुरू करेगी बड़ा अभियान

दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने कानून में संशोधन किया और दो बार पेट्रोल व डीजल पर वैट बढ़ाया, जिसके कारण एक्साइज व वैट में बढ़ोत्तरी हुई. दिल्ली में पेट्रोल पर 104.42प्रतिशत टैक्स और डीजल पर 226.02 प्रतिशत टैक्स बढ़ गया. उन्होंने कहा कि पेट्रोल और डीजल के बढ़े दामों के खिलाफ कांग्रेस बड़ा अभियान शुरू करेगी.

अजय माकन ने कहा कि 14 सितंबर 2017 तक 100 रुपये के पेट्रोल पर एक्साइज व वैट 51.78 रुपये और डीजल पर44.40 रुपये पहुंच गया. दिल्ली सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने चुनाव से पहले कहा था कि टैक्स एकत्रित करने की कोई जरुरत नहीं है, क्योंकि सरकार बिना टैक्स के चल सकती है.

उन्होंन सवाल दागा कि अगर सरकार बिना टैक्स के चल सकती है, तो केजरीवाल ने कानून में संशोधन करके दो बार पेट्रोल व डीजल पर वैट की बढ़ोत्तरी क्यों की? दिल्ली सरकार के साथ ही केंद्र सरकार को भी कटघरे में खड़ा करते हुए कांग्रेस दिल्ली अध्यक्ष ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दामों में भारी गिरावट के बावजूद देश में पेट्रोल व् डीज़ल के दाम आसमान छू रहे है, जोकि इतिहास में पहले कभी नहीं हुआ.

कांग्रेस के कार्यकाल में सस्ता था पेट्रोल और डीजल

कांग्रेस की अगुवाई वाली 2014 की यूपीए सरकार और वर्तमान में भाजपा की अगुवाई वाली एनडीए सरकार के कार्यकाल में पेट्रोल व डीज़ल के दामों के तुलनात्मक आंकडे़ जारी करते हुए माकन ने कहा कि कांग्रेस के कार्यकाल में पेट्रोल पर एक्साइज व वैट प्रतिलीटर 17.83 रुपये था, जबकि आज यह 36.44 रुपये है. इसी प्रकार प्रतिलीटर डीज़ल पर 25.92 रुपये कर लगाया जाता है, जबकि 2014 में कांग्रेस के कार्यकाल में यह केवल 7.95 रुपये था. माकन ने कहा कि आज दिल्ली में पेट्रोल पर एक्साइज व वैट प्रतिलीटर 104.42 प्रतिशत और डीजल पर 226.02प्रतिशत है.

मोदी और केजरीवाल ने क्यों साधी चुप्पी

उन्होंने कहा कि केजरीवाल जो आए दिन मोदी सरकार से लड़ने का बहाना करते है, वह पेट्रोल व डीजल के दामों में हुई वृद्धि पर चुप क्यों है? उन्होंने कहा कि दिल्ली और केन्द्र सरकार पेट्रोल व डीजल पर टैक्स बढ़ाकर खजाना भर रही हैं. उन्होंने सवाल उठाया कि मोदी और केजरीवाल पेट्रोल व डीजल के बढ़े हुए दामों पर चुप्पी क्यों साधे हुए हैं?