केंद्र सरकार से पुरानी पेंशन लागू करने की NMOPS द्वारा माँग

आज दिनांक 1 जुलाई 2018 को टीम NMOPS के एक प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रीय अध्यक्ष *”विजय कुमार बंधु”* जी के नेतृत्व में माननीय *राजनाथ सिंह जी, गृह मंत्री भारत सरकार* से उनके आवास 17, अकबर रोड, नई दिल्ली में मुलाकात कर पुरानी पेंशन बहाली की मांग की।

माननीय गृह मंत्री से हुई बातचीत में देश के 48 लाख पेंशन विहीन साथियों की भावनाओं से अवगत कराया और उनके साथ हो रहे अन्याय की जानकारी दी।

NPS व्यवस्था की खामियों के बारे में विस्तार से चर्चा हुई।
आज गृह मंत्री जी ने समस्त टीम को आश्वस्त किया है कि NPS योजना वास्तव में कर्मचारी हित में नहीं है, और इसके दुष्प्रभावों से सम्बन्धित सभी दस्तावेज तैयार करके टीम NMOPS से जल्दी ही मीटिंग करेंगे और इसके पश्चात वे वित्त मंत्री भारत सरकार से मिलकर इस विषय में चर्चा करेंगे।

गौरतलब है कि 1 जनवरी 2004 से तत्कालीन केंद्र की भारतीय जनता पार्टी सरकार ने सरकारी कर्मचारियों की पुरानी पेंशन योजना को समाप्त करके नई पेंशन योजना(NPS) शुरू की थी जिसके अंतर्गत लगभग 48 लाख केंद्रीय कर्मचारियों को पेंशन से वंचित करके शेयर बाजार आधारित नई पेंशन योजना के अधीन कर दिया गया था। जिसपर सरकार का कोई नियंत्रण न होकर पूरी तरह से पेंशन को प्राइवेट कंपनियों द्वारा वितरण को हरी झंडी दी गयी थी। वर्तमान में देश में त्रिपुरा और पश्चिमी बंगाल के अलावा सभी राज्य सरकारों ने भी अपने यहां नई पेंशन योजना को लागू किया हुआ है जिससे राज्य सरकारों के कर्मचारी भी नाराज़ हैं। इसी क्रम में 30 अप्रैल 2018 को नई दिल्ली के रामलीला मैदान में भी नई पेंशन योजना के विरोध में देश भर के लगभग 1 लाख सरकारी कर्मचारियों ने युवा क्रांति महारैली करके पुरानी पेंशन बहाली की मांग की थी। जिसमें शिक्षक, डॉक्टर, इंजीनियर, रेलवे यूनियन और चतुर्थ श्रेणी कर्मी से लेकर बड़े पदों पर बैठे हुए सरकारी अफसर भी शामिल हुए थे।
आगामी रणनीति के तहत NMOPS की नई दिल्ली में हुई बैठक में निर्णय लिया गया है कि यदि सरकार जल्द ही पुरानी पेंशन बहाली पर कोई निर्णय नहीं लेती है तो 28 अक्टूबर 2018 को देश के सभी 543 MP(लोकसभा) के निवास पर स्थानीय सरकारी कर्मचारी एक दिन का उपवास करेंगे और इसके बाद 26 नवम्बर 2018 को देश भर के सरकारी कर्मियों ने संसद भवन के घेराव की चेतावनी दी है।

प्रतिनिधिमंडल में विजय कुमार बंधु सहित, डॉ० नीरजपति त्रिपाठी, मंजीत सिंह पटेल, आक़िल अख्तर, जगदीश यादव, भरत शर्मा आदि शामिल हुए।