‘‘सच की दीवार’’ हुई संगतों को समर्पित*

*‘‘सच की दीवार’’ हुई संगतों को समर्पित*

नई दिल्ली (15जनवरी 2017) 32 साल के लबें इन्तजार के बाद आज आखिरकार 1984 सिख कत्लेआम के दर्द को ब्यान करता स्मारक मानवता को समर्पित हो गया। दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा 3.5 वर्ष में गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब के परिसर में लगभग 2.5 करोड़ रूपये की लागत से तैयार हुआ ‘‘सच की दीवार’’ स्मारक 5 पीड़ित विधवाओं द्वारा श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह, कमेटी अध्यक्ष मनजीत सिंह जी.के., पंजाबी युनिवर्सिटी पटियाला के वाईस चांसलर डा. जसपाल सिंह एवं पूर्व राज्यसभा सदस्य त्रिलोचन सिंह की मौजूदगी में संगतों को लोकार्पित किया गया।

जसवीर कौर, गंगा कौर, जसपाल कौर, भरथी बाई तथा अरविंद कौर द्वारा उद्घाटनी पत्थर से पर्दा हटाया गया। इससे पहले गुरुद्वारा बंगला साहिब से गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब तक संगतां द्वारा नगरकीर्तन सजाया गया। जिसमें पीड़ित परिवारों के सदस्यों ने गुरबाणी गायन कर स्मारक बनने पर अकाल पुरख का शुकराना अदा किया। एन.सी.सी. के कैडेटों ने भी नगरकीर्तन में मार्च पास्ट करते हुए भाग लिया। नगरकीर्तन के स्मारक स्थल पर पहुंचने के अवसर पर गुरू हरिकृष्ण पब्लिक स्कूल के बैंड में शामिल बच्चों द्वारा बिगुल बजा कर मारे गये सिखों को मातमी धुन के साथ अपनी श्रद्धाजंली भेंट की। इसके बाद मौके पर मौजूद संगतां द्वारा 2 मिनट का मौन धारण करके बिछुड़े हुई आत्माओं को याद किया गया।

जी.के. ने स्मारक को बनाने में सहयोग देने के लिए समूचे पंथ का धन्यवाद किया। इस अवसर पर वरिष्ठ अकाली नेता अवतार सिंह हित, कुलदीप सिंह भोगल, कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष महिन्दरपाल सिंह चड्डा, संयुक्त सचिव अमरजीत सिंह फतेह नगर, मुख्य सलाहकार कुलमोहन सिंह, धर्मप्रचार कमेटी के चेयरमैन परमजीत सिंह राणा, प्रोजैक्ट कमेटी के चेयरमैन तनवंत सिंह, कमेटी सदस्य रविन्दर सिंह खुराना, गुरविन्दर पाल सिंह, हरदेव सिंह धनोआ, परमजीत सिंह चंडोक आदि मौजूद थे।