राजमार्ग के किनारे स्थित ढाबा कम होटल मेवानी के चुनाव का मुख्यालय है और 35 वर्षीय नेता को उनके पहले चुनावी संग्राम में सफलता दिलाने के लिये यहां समूचे गुजरात एवं इसके आस पास से तथा जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के बौद्धिक युवा कार्यकर्ताओं का जमघट लगा रहता है.

ढाई लाख की आबादी वाले इस विधानसभा क्षेत्र में करीब एक लाख मुस्लिम एवं दलित मतदाता हैं. मेवानी दलितों के अगुवा के तौर पर उभरे हैं और वह उना में समुदाय के खिलाफ हुए अत्याचारों के विरुद्ध आंदोलन चला रहे हैं. उम्मीद है कि चुनाव में उन्हें दलितों का साथ मिलेगा. एक स्थानीय कांग्रेस नेता ने कहा कि हालांकि स्थानीय मुद्दों के साथ मेवानी की छवि में अचानक गिरावट आयी है. उनके खिलाफ तीन कारक काम कर रहे हैं.

मेवानी चूंकि मेहसाणा से है इसलिए उन्हें एक बाहरी के तौर पर देखा जा रहा है और उनका आंदोलन अधिकतर सौराष्ट्र के बाहर ही रहा. कांग्रेस का एक बागी उम्मीदवार भी चुनाव मैदान में है.